रमतों का होगा मंचन होलाष्टक में शहर के विभिन्न मोहल्लों में रम्मत का मंचन होगा। बिस्सा चौक में नौटंकी शहजादी रम्मत का मंचन होगा। वहीं बारह गुवाड़ चौक में उस्ताद दासी महाराज ओझा की स्वांग मेहरी रम्मत व कीकाणी व्यास चौक में उस्ताद जमना दास कल्ला की स्वांग मेहरी रम्मत का मंचन होगा। आचार्य चौक में वीर रस प्रधान रमत अमर सिंह राठौड़ का मंचन होगा। बारह गुवाड़ चौक व मरुनायक चौक में प्रेम एवं श्रृंगार रस से ओत प्रोत हेडाऊ मेहरी रम्मत होगी। बारह गुवाड़ चौक में भक्त पूरणमल रम्मत का भी मंचन होगा।
प्रेम भरी पानी की टक्कर रियासत काल से हर्षों के चौक में पुष्करणा समाज की हर्ष-व्यास जाति के पुरुषों के बीच पानी खेल डोलची का आयोजन होता है। इस बार हर्ष-व्यास डोलची खेल 11 मार्च को होगा। वहीं बारह गुवाड़ चौक में ओझा-छंगाणी जाति के बीच डोलची खेल 13 मार्च को होगा। भादाणी सिंगिया चौक में भी जोशी-भादाणी जाति के बीच होलाष्टक में डोलची खेल होगा।
मंदिरों में चंग पर धमाल, फागोत्सव के आयोजन फाल्गुन में शहर के कई मंदिरों में चंग पर धमाल और ठाकुरजी को फाग खेलाने और होली धमाल के गायन का क्रम चल रहा है। होलाष्टक में अनेक मंदिरों में फागोत्सव के आयोजन होंगे। राधा-कृष्ण की पुष्प होली तथा चंग पर धमाल के आयोजन होंगे। जस्सूसर गेट के अंदर 11 मार्च को चंग पर धमाल कार्यक्रम का आयोजन होगा।
देवता और भूत खेलेंगे फुटबॉल होेलाष्टक में धरणीधर खेल मैदान पर 9 मार्च को फागणिया फुटबॉल मैच का आयोजन होगा। इस मैच में स्वांग कलाकार देवी, देवता, भूत, पिशाच, नेता, अभिनेता सहित विभिन्न प्रकार के स्वांग रूप धारण कर कलाकार फुटबॉल मैच में शामिल होंगे। आयोजन से जुड़े सीताराम कच्छावा के अनुसार फागणिया फुटबॉल आयोजन की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है।
जब मुंह तुझे दिखाऊ लाऊं नौटंकी नारी… होलाष्टक में शहर के विभिन्न स्थानों पर स्वांग मेहरी, नौटंकी शहजादी, हेडाऊ मेहरी, अमर सिंह राठौड़, भक्त पूरणमल रम्मत के मंचन होंगे। रमत उस्तादों व वरिष्ठ कलाकारों के सानिध्य में रम्मत का अभ्यास चल रहा है। बिस्सा चौक में इस बार उस्ताद रमणसा बिस्सा की नौटंकी शहजादी रमत का मंचन होगा। रमत की शुरुआत मां आशापुरा स्वरूप के अखाड़े में पहुंचने और श्रद्धालुओं की ओर से स्तुती वंदना व पूजन के साथ होगा। रम्मत के वरिष्ठ कलाकार कृष्ण कुमार बिस्सा के अनुसार रम्मत का मंचन 9 मार्च की रात को प्रारंभ होगा व 10 मार्च की सुबह तक चलेगा।
रम्मत का अभ्यास बसंत पंचमी से चल रहा है। बिस्सा चौक स्थित रम्मत अभ्यास स्थल पर मां आशापुरा की स्तुती वंदना के साथ रम्मत का महाभ्यास प्रारंभ हुआ।रम्मत कलाकारों ने रम्मत कथानक अनुसार पात्रों की भूमिकाएं निभाई। गीत, नृत्यों, दोहों आदि के माध्यम से मध्यरात्रि के बाद तक रम्मत का महाभ्यास चलता रहा। रम्मत कलाकार कृष्ण कुमार बिस्सा, विष्णु दत्त बिस्सा, इन्द्र कुमार बिस्सा, विकास पुरोहित, मनोज व्यास, महेन्द्र बिस्सा, रविन्द्र बिस्सा आदि कलाकारों ने भूमिकाएं निभाई। रम्मत महाभ्यास के दौरान बड़ी संया में रम्मत प्रेमी मौजूद रहे व कलाकारों का उत्साहवर्द्धन किया।