दो साल पहले सोशल मीडिया पर ही मिले थे दोनों
पुलिस के अनुसार, कशिश सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय थी, जो कालू को खटकता था। उसे शक था कि वह किसी और से बात करती है। कई बार मोबाइल बंद करने को कहा गया, लेकिन जब वह नहीं मानी तो बात मारपीट तक पहुंच गई। 25 मई को गुस्से में आकर कालू ने गला दबाकर उसकी जान ले ली और शव के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया ताकि वह होश में आकर चिल्ला न सके। सोशल मीडिया यूज करती थी कशिश, कालू खान टोकता था
हत्या के बाद कालू खान फरार हो गया और रेत के धोरों में छिपता रहा। पुलिस ने जब सीधी कार्रवाई से सफलता नहीं मिली, तो एक चाल चली। थानाधिकारी रवि कुमार मीणा के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने गडरियों का भेष धरकर इलाके की खाक छानी और अंततः ऊंचे धोरों में कालू खान को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला न केवल एक प्रेम कहानी के दर्दनाक अंत की गवाही देता है, बल्कि यह भी बताता है कि सोशल मीडिया पर शुरू हुई हर कहानी हकीकत में खूबसूरत नहीं होती—कभी-कभी वह मौत का रास्ता भी बन सकती है।