2170 बसों को ऐप से जोड़ा गया
अभी प्रदेश में रोडवेज के बेड़े में 3800 बसें ऑपरेशनल है। इनमें से 2170 बसों को ऐप से जोड़ लिया गया है। इन बसों की लाइव लोकेशन ट्रेकिंग भी हो रही है। आरएसआरटीसी ऐप पर 2500 बसों को जोड़कर लॉन्च किया जाएगा। यात्रियों को बस टिकट पर ट्रेन की भांति पीएनआर नंबर दर्ज मिलेगा। जिसे ऐप पर डालने से बस का लाइव स्टेट्स मिलने लगेगा। बस कहां और किस मार्ग से आ रही है, आगे का मार्ग क्या रहेगा, यह बस पता चल जाएगा।यह सुविधा देगा रोडवेज का ऐप
वॉयस अलर्ट फीचरबस की दूरी और आगमन समय की ऑडियो जानकारी मोबाइल पर मिल सकेगी।
एसएमएस अपटेड
कीपेड मोबाइल रखने वाले यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से जानकारी मिलेगी।
एआइ आधारित सिस्टम
ट्रैफिक व मौसम की वजह से व्यवधान पर बस की सही जानकारी मिल सकेगी।
रोडवेज की इस ऐप सेवा से रोजाना कार्य स्थल तक आवागमन करने वाले विद्यार्थी और नौकरीपेशा लोगों को बस की जानकारी तुरंत मिलने से बड़ी राहत मिलेगी।
राजस्थान के लाखों लोगों की रुक सकती है पेंशन, सीएम कार्यालय को भेजा गया है प्रस्ताव, जानें क्यों
एक नजर में रोडवेज
1- 3800 बसें बेड़े में शामिल।2- 2170 बसें वर्तमान आरएसआरटीसी ऐप से जुड़ी।
3- 2500 बसें ऐप से जोड़कर लागू करेंगे सुविधा।
4- 2017 मॉडल के बाद की सभी बसों में जीपीएस।
Weather Update : मौसम विभाग का Yellow Alert, सिर्फ 2 घंटे में राजस्थान के इन 3 जिलों में होगी बारिश, 30-40 KMPH से चलेगी अंधड़
यह होगा फायदा
समय की बचतमोबाइल से बस के आने-जाने के समय की सही जानकारी मिलने से समय की बचत होगी। यात्रा की प्लानिंग
विद्यार्थी, महिलाएं और बुजुर्ग यात्रा की बेहतर प्लानिंग कर सकेंगे।
बीच रास्ते बस में कोई गड़बड़ी या दुर्घटना होने पर तुरंत सूचना कंट्रोल रूम को मिल जाएगी, इससे आपात मदद पहुंचा सकेंगे। यात्री भार का फायदा
इस सुविधा से रोडवेज बसों में यात्री भार बढ़ेगा। अभी बस की टाइमिंग की जानकारी के अभाव में रोडवेज की टेलीफोन पूछताछ सेवा की मदद लेनी पड़ती है।
‘सूरज’ पी रहा बीसलपुर बांध का जल, चिंता में राजस्थान के 3 शहरों का ‘कल’, अब क्या होगा, जनता और अफसर चिंतित
यात्रियों की सुविधा और सेवा में होगा सुधार
रेलवे की तर्ज पर रोडवेज बसों की लाइव लोकेशन की सुविधा दी जाएगी। आरएसआरटीसी लाइव ऐप तैयार कराया गया है। इसमें बसों की रवानगी से लेकर गंतव्य तक पहुंचने की लाइव जानकारी मिलेगी।विश्वास गुप्ता, डीजीएम आईटी रोडवेज जयपुर