जेवर की कीमत लगभग 6 लाख रुपए थी। महिला यात्री ने जीआरपी
रायगढ़ में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर निरीक्षक कर्मपाल सिंह गुर्जर अपराध गुप्तचर शाखा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकों का उपयोग करते हुए 8 फरवरी को रायगढ़ के किरोड़ीमल नगर से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों से 6 लाख रुपए की चोरी की गई संपत्ति बरामद की गई। आरोपी बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले हैं और इनका आपराधिक इतिहास है। वे विभिन्न राज्यों में यात्री सामानों की चोरी करते थे। ये आरोपी खासकर लोकल और पैसेंजर ट्रेनों में अकेली महिलाओं या छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे।
ऐसे देते थे चोरी को अंजाम
आरोपी ट्रेन में अकेली महिला या छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं को निशाना बनाते थे, जो अपना सामान पैसेंजर ट्रेन के लगेज कैरियर पर रख देती थीं। एक या दो आरोपी ट्रॉली बैग के पास बैठ जाते थे, जबकि एक सदस्य पीड़ित से बातचीत करता था। दूसरा सदस्य पेपर को कवर के रूप में उपयोग करता और तीसरा सदस्य स्क्रू ड्राइवर या तेज औजार से ट्रॉली बैग की चेन खोलता था। इसके बाद, वे अगले स्टेशन पर जाने से पहले फेवीक्विक का उपयोग कर सील कर देते थे, ताकि चोरी का पता न चले।
इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
रेलवे सुरक्षा बल ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसमें बिहार के मुंगेर जिले के बरेला बासा निवासी चतुरी मंडल 52 वर्ष, खगड़िया जिले के मीरगंज निवासी कृष्ण कुमार राज 20 वर्ष, मुंगेर जिले के बरेला बासा निवासी सतीश कुमार महतो 38 वर्ष, बरियारपुर थाना क्षेत्र के बरेला बासा निवासी रबीन कुमार मंडल 24 वर्ष और मुंगेर जिले के परिया निवासी दीपक मंडल 35 वर्ष को गिरफ्तार किया है।