CBFC पर डायरेक्टर का बड़ा आरोप
इसके बाद उन्होंने फिल्म को यूट्यूब पर रिलीज करने का निर्णय लिया। खबरों के मुताबिक निर्देशक चाहते थे कि इस फिल्म को सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जाए ताकि शहीदों के परिवार वाले भी इस फिल्म को देख सकें। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया और फिल्म नवंबर 2020 में फिल्माई गई थी। इसके बाद जून 2022 में फिल्म को सीबीएफसी को सौंपा गया। निर्देशक ने आगे कहा कि अगस्त में CBFC के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग की गई थी।
फिल्म को यूट्यूब पर रिलीज करने का निर्णय
बता दें कि सितंबर 2022 में CBFC ने वॉर ड्रामा में कई बदलाव सुझाए। उन्होंने बताया कि सीबीएफसी ने उन्हें फिल्म से LAC शब्द हटाने को कहा और हिंसा को 33 प्रतिशत कम करने का सुझाव दिया। इसके साथ ही निर्देशक ने ये भी कहा कि सबसे अधिक दुख तब हुआ जब उन्हें एंड क्रेडिट्स से 20 वास्तविक शहीदों की तस्वीरें हटाने को कहा गया। नितिन ने बताया कि उन्होंने फिल्म में परिवर्तन करके सितंबर 2022 में ही CBFC को दोबारा सौंप दिया था। तीन साल बाद भी अब तक CBFC की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। हलाांकि फिल्म का डिजिटल राइट्स विक्रम जाधव के पास हैं, जो एक अमेरिकी नागरिक हैं। उन्होंने ही फिल्म को यूट्यूब पर रिलीज करने का निर्णय लिया।