सोफी चौधरी: ‘बॉलीवुड में अडजस्ट और कॉम्प्रोमाइज करने को कहते थे लोग, बाद में समझ आया मतलब’
Bollywood Casting Couch: फेमस एक्ट्रेस सोफी चौधरी ने बॉलीवुड में कास्टिंग काउच के मुद्दे पर बात की है। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री की सच्चाई लोगों के सामने रखी है।
Bollywood Casting Couch: सोफी चौधरी को 90 के दशक में कई पॉपुलर म्यूजिक वीडियोज और बॉलीवुड फिल्मों में स्पेशल अपीरेंस के लिए जाना जाता है। लेकिन हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
हॉटरफ्लाई को दिए इंटरव्यू में सोफी चौधरी ने बताया कि वो म्यूजिक इंडस्ट्री में सक्सेसफुल करियर के बाद बॉलीवुड में एक्टिंग में आना चाहती थीं। वो अपनी मां के साथ लोगों से मिलने जाती थीं। लेकिन तब उन्हें समझ नहीं आता था कि जब लोग कहते थे “अडजस्ट करना होगा” या “थोड़ा कॉम्प्रोमाइज करना पड़ेगा”, तो उसका असली मतलब क्या था।
सोफी कहती हैं-“मेरी मां अब उन बातों पर हंसती हैं। लेकिन तब हम वाकई नहीं समझ पाते थे कि वे क्या कहना चाह रहे हैं।” समय के साथ, सोफी को इन शब्दों के पीछे छिपा कास्टिंग काउच का इशारा समझ आने लगा। उन्होंने कहा-“मुझे कई बड़े प्रोजेक्ट्स छोड़ने पड़े क्योंकि मैं उस तरह का व्यवहार झेलने के लिए तैयार नहीं थी।”
उन्होंने आगे कहा कि जब अंदर के लोगों से बातचीत हुई, तो उनकी बातों का छिपा मतलब समझ में आने लगा। सोफी चौधरी ने बताया कि कई बार डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स खुद को करीब लाने की कोशिश करते थे।
टाइम पास करते थे
एक्ट्रेस ने आगे कहा- “वो कहते थे, मेरी शादी खतरे में है, मैं हिरोइन को अच्छे से जानना चाहता हूं। फिर आपको एहसास होता कि फिल्म जैसी कोई चीज है ही नहीं, बस आपका समय बर्बाद किया जा रहा है।”
दोस्ती से नहीं मिलता काम
सोफी ने यहां ये भी बताया कि उनकी दोस्ती ‘करण जौहर, वरुण धवन और मनीष मल्होत्रा जैसे जाने-माने लोगों से है। इसका भी फायदा उन्हें कभी नहीं मिला। वो कभी भी काम दिलाने में हेल्प नहीं कर पाए। जबकि लोगों को ऐसा लगता है कि उनकी वजह से उन्हें काम मिलता होगा, लेकिन ये सच नहीं है। दोस्ती से इंडस्ट्री में काम या दरवाजे नहीं खुलते हैं। ये सब भ्रम है।