सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत बनी पहेली, अब खुलेगा कच्चा चिट्ठा
Disha Salian Case: सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत अब एक नया मोड़ ले सकता है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई 2 अप्रैल 2025 को तय कर दी है। अगर दांवे ठीक रहे थे इसमें कई मशहूर हस्तियों को कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
दिशा सालियान केस अपडेट: सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिवंगत दिशा सालियान की डेथ का जिम्मेदार कौन है? क्या उन्होंने सचमुच आत्महत्या की थी या फिर ये एक मर्डर है। दिशा सालियान के पिता अपनी बेटी के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन क्या उन्हें न्याय जल्द मिल पाएगा, यह बड़ा सवाल है।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपना रुख साफ़ कर दिया है। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने दिवंगत दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान की ओर से दायर एक रिट याचिका पर सुनवाई की तारीख तय कर दी है। यह सुनवाई अब 2 अप्रैल 2025 को होगी। सतीश सालियान ने अपने वकील के जरिए यह याचिका दायर की थी, जिसकी एक प्रति पूर्व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) अधिकारी समीर वानखेड़े को भी दी गई है।
समीर वानखेड़े के वकील फैज मर्चेंट ने बताया कि उनके मुवक्किल इस मामले में हाई कोर्ट के सामने एक विस्तृत हलफनामा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं। इस हलफनामे में वानखेड़े से जुड़े सभी सवालों और आरोपों का जवाब होगा।
सूत्रों के मुताबिक, वानखेड़े अपनी जांच के दौरान जुटाए गए कुछ अहम सबूत भी कोर्ट में पेश कर सकते हैं। इन सबूतों में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे से जुड़ी जानकारी शामिल हो सकती है।
कहा जा रहा है कि वानखेड़े का हलफनामा पहले ही तैयार हो चुका है। यह तब तैयार किया गया था, जब याचिका की प्रति मीडिया में लीक हो गई थी। स्रोतों का दावा है कि इस हलफनामे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं, जो कई लोगों को कानूनी मुश्किल में डाल सकते हैं। अगर ये दावे सही साबित हुए, तो यह मामला एक नया और बड़ा मोड़ ले सकता है।
कब हुई थी मौत?
दिशा सालियान की मौत जून 2020 में हुई थी, जिसके बाद से यह मामला चर्चा में रहा है। सतीश सालियान का मानना है कि उनकी बेटी की मौत के पीछे कई सवाल अनसुलझे हैं। अब हाई कोर्ट में होने वाली सुनवाई से इस मामले में नई जानकारी सामने आने की उम्मीद है। जैसे-जैसे यह कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, और तथ्य सामने आएंगे, इसकी पूरी जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाएगी। यह मामला न सिर्फ दिशा के परिवार के लिए, बल्कि सभी संबंधित पक्षों के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है।