Shaheed Diwas Special: 23 मार्च का दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वीर शहीदों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत को याद करने का दिन है। इसी दिन, इन महान क्रांतिकारियों को फांसी दी गई थी। उनकी देशभक्ति और बलिदान को सम्मान देते हुए, हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। भगत सिंह की अमर गाथा को सलाम करते हुए, उनकी जिंदगी और संघर्ष पर आधारित कई प्रेरणादायक फिल्में भी बनाई जा चुकी हैं।
“सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है…” आइए अब हम उन फिल्मों के बारे में एक–एक कर जानते हैं।
द लीजेंड ऑफ भगत सिंह:-
The Legend Of Bhagat Singh Movie भगत सिंह की शहादत को सलाम करती फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ में अजय देवगन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। दमदार डायलॉग्स और शानदार सितारों से सजी फिल्म साल 2002 में रिलीज हुई थी। राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी फिल्म में सुशांत सिंह,डी संतोष और अखिलेंद्र मिश्रा मुख्य भूमिकाओं में हैं।
’23 मार्च 1931: शहीद’:-
23rd March 1931 Shaheed Movie बॉबी देओल स्टारर फिल्म (23rd March 1931 Shaheed) साल 2002 में रिलीज हुई थी। फिल्म में भगत सिंह के किरदार में बॉबी देओल थे। वहीं, उनके बड़े भाई सनी देओल चंद्रशेखर आजाद के किरदार में नजर आए थे। फिल्म का निर्देशन गुड्डू धनोआ ने किया।
शहीद-ए-आजाद भगत सिंह:-
Shaheed-E-Azad Bhagat Singh Movie क्रांतिकारी भगत सिंह की शहादत को सलाम करने वाली पहली फिल्म (Shaheed-E-Azad Bhagat Singh) का निर्माण साल 1954 में हुआ था। जगदीश गौतम के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अभिनेता प्रेम आबिद,स्मृति विश्वास, अशिता मजूमदार और जयराज मुख्य भूमिकाओं में थे।
शहीद भगत सिंह:-
Shaheed Bhagat Singh केएन बंसल के निर्देशन में बनी फिल्म ‘शहीद’ साल 1963 में रिलीज हुई थी। फिल्म में भगत सिंह का किरदार अभिनेता शम्मी कपूर ने निभाया था। फिल्म में प्रेमनाथ, अचला सचदेव भी मुख्य भूमिकाओं में हैं।
शहीद:-
Shaheed Movie भगत सिंह पर बनी तीसरी फिल्म साल 1965 में रिलीज हुई थी, जिसमें अभिनेता मनोज कुमार ने भगत सिंह का किरदार निभाया था। एस राम शर्मा के निर्देशन में बनी फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था। फिल्म में शहीद राम प्रसाद ‘बिस्मिल के लिखे गीतों को शामिल किया गया था। लता मंगेशकर, मुकेश, मोहम्मद रफी और मन्ना डे का गाना ए वतन, मेरा रंग दे बसंती चोला, पगड़ी संभाल जट्टा आज भी लोगों की जुबान पर है।