scriptहॉस्टल के 2 कमरों में एक साथ रह रहे थे 4 लड़कियां और 13 लड़के, चाइल्ड केयर ने मारा छापा | 4 girls and 13 boys living together in 2 rooms hostel in Bundi Child Care raid | Patrika News
बूंदी

हॉस्टल के 2 कमरों में एक साथ रह रहे थे 4 लड़कियां और 13 लड़के, चाइल्ड केयर ने मारा छापा

हॉस्टल संचालक से मान्यता और रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछा तो दोनों ही नहीं मिले। बालिकाओं की देखरेख के लिए महिला कर्मचारी भी नहीं है। बच्चों का रजिस्टर में रिेकॉर्ड नहीं मिला।

बूंदीMay 14, 2025 / 11:16 am

Kamal Mishra

hostel

हॉस्टल ( प्रतीकात्मक तस्वीर) ।

बूंदी । जिले के खटकड़ कस्बे से हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां पर हॉस्टल के 2 कमरों में 4 लड़कियां और 13 लड़के एक साथ रहते मिले। इस मसले को लेकर किसी ने चाइल्ड हेल्प लाइन में शिकायत की थी, जिसके बाद मानव तस्करी यूनिट की टीम ने अवैध हॉस्टल पर छापामार कार्रवाई की है।
पूरा मामला खटकड़ कस्बे में मौजूद राजकीय महात्मा गांधी माध्यमिक विद्यालय के पास का बताया जा रहा है, जहां पर 2 साल से हॉस्टल और 4 साल से कोचिंग बगैर किसी मान्यता और रजिस्ट्रेशन के चल रही थी। दबिश के दौरान हॉस्टल में 4 बालिकाएं सहित कुल 17 बच्चे हॉस्टल में रहकर कोचिंग करते मिले। बालिकाएं हॉस्टल में बालकों के साथ ही रह रही हैं। बालिकाओं की देखभाल के लिए महिला कर्मचारी भी नहीं है। बच्चों के लिए रजिस्टर भी मेंटेन नहीं है।

यह वीडियो भी देखें :

शिकायत के आधार पर हुई कार्रवाई

हॉस्टल में यह खामियां मंगलवार को हॉस्टल संचालक के विरुद्ध चाइल्ड हेल्प लाइन को मिली शिकायत के आधार पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर की गई जांच में सामने आई हैं। चाइल्ड हेल्प लाइन यूनिट टीम प्रभारी रामनारायण गुर्जर ने बताया कि चाइल्ड हेल्प लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर बच्चों से मारपीट करने, उनके द्वारा कार्य करवाने आदि शिकायत मिली थी, जिससे उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर टीम ने मौके पर जांच की और हॉस्टल संचालक और बच्चों से बातचीत की गई।

रात्रि विश्राम भी एक साथ करते थे बालक-बालिकाएं

हॉस्टल संचालक से मान्यता और रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछा तो दोनों ही नहीं मिले। बालिकाओं की देखरेख के लिए महिला कर्मचारी भी नहीं है। बच्चों का रजिस्टर में रिेकॉर्ड नहीं मिला। बालक और बालिकाएं रात्रि विश्राम भी सम्मिलित ही करते हैं। जांच में ये सब खामियां सामने आईं। टीम प्रभारी ने बालिकाओं को शीघ्र घर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने जांच रिपोर्ट पेश कर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।

अभिभावकों की सहमति हॉस्टल में रखे गए थे बच्चे

उधर, हॉस्टल संचालक दुर्गाशंकर गुर्जर ने बताया कि वह पिछले 4 साल से अभिभावकों की सहमति से कक्षा एक से आठवीं के बच्चों को नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल में प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवा रहा है। 2 साल से कस्बे के बाहर के बच्चों को प्रतिदिन आने जाने में परेशानी के चलते अभिभावकों की सहमति से बच्चों को हॉस्टल में रखकर पढ़ाई करवा रहा है।

फीस मांगने पर शिकायत का आरोप

शिकायत के बारे में हॉस्टल-कोचिंग संचालक ने कहा कि कुछ बच्चों की फीस बाकी थी। फीस मांगने पर कुछ लोगों ने शिकायत की है। जबकि अन्य किसी को कोई शिकायत नहीं है। चाइल्ड हेल्प लाइन टीम में मानव तस्करी यूनिट के कांस्टेबल संजय कुमार, काउंसलर प्रीता शर्मा, सुपरवाइजर रवि कुमार प्रजापत, केश वर्कर अर्चना मीना आदि सम्मिलित थे।

Hindi News / Bundi / हॉस्टल के 2 कमरों में एक साथ रह रहे थे 4 लड़कियां और 13 लड़के, चाइल्ड केयर ने मारा छापा

ट्रेंडिंग वीडियो