Rajasthan News: अगर व्यक्ति की सोच बड़ी है और इरादे नेक है तो हर कार्य संभव है। एक छोटा सा प्रयास आदर्श मानकर हेल्प सेवा संस्था जरखोदा ने लोगों से एक रुपया रोज का सहयोग लेकर राजकीय विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के कई जरूरतमंद बच्चों को शिक्षण सामग्री किट उपलब्ध करवाए है। जरखोदा के हेमराज मीणा के मन में एक रुपया रोज के सहयोग से जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में मदद करने का विचार आया। इसकी योजना बनाकर लोगों के सामने साझा किया तो ठीकरिया चारणान के विजय सिंह, मोहीपुरा बरडा के भंवरलाल मीणा, बरुंधन चौराहा के रमेश लोधा तथा जरखोदा के कालूलाल मीणा इस कार्य को आगे बढ़ाने पर तैयार हो गए।
पांच सदस्य टीम ने ’हेल्प सेवा संस्था के नाम से कार्य शुरू किया। लोगों के एक रुपया रोज के सहयोग से वर्ष 2024 में 717 जरूरतमंद बच्चों को शिक्षण सामग्री किट वितरित कर दिए। वर्ष 2025 में अब तक 147 बच्चों को किट वितरित किए जा चुके है। बच्चें किट पाकर खुश है। जरूरतमंद बच्चों की शिक्षण सामग्री के अलावा संस्था द्वारा जनसहयोग व भामाशाहों के सहयोग से अनेक कार्य किए जा रहे है। गर्मी के दिनों में परिंडा अभियान व बरसात में पौधारोपण सहित अन्य कार्य सम्पादित किए जा रहे है। संस्था को भामाशाह से जो भी सामग्री प्राप्त होती है। उसे जरूरतमंद लोगों को वितरित करने का कार्य भी करती है। वर्ष 2024 में 381 व्यक्तियों ने सहयोग किया। जबकि वर्ष 2025 में 150 लोग अब तक जुड़ चुके है।
लोगों को जब एक रुपया रोज के सहयोग से जरूरतमंद बच्चों की मदद करने के बारे में अगवत कराया तो लोग संस्था के साथ जुड़ते गए। संस्था ने बैंक खाते में एक रुपया रोज का वार्षिक सहयोग कर 365 रुपए जमा करते गए। संस्था ने वर्ष 2024 में बूंदी जिले के अलावा कोटा,बारां,भीलवाडा,चितौडगढ़,उदयपुर सहित 15 से अधिक जिलों के 381 व्यक्ति संस्था के साथ जुड़कर सहयोग प्रदान किया। नए व्यक्ति संस्था से जुडकर अभियान को गति दे रहे है। इस कार्य में आम लोगों के साथ कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल है। वर्ष 2024 में 36 विद्यालयों के 717 जरूरतमंद बच्चों को शिक्षण सामग्री किट उपलब्ध करवाए है। बूंदी जिले के 20, चितौडगढ के 7, भीलवाडा के 5 तथा केकडी अजमेर के 4 विद्यालय शामिल है। इस वर्ष भी जरूरतमंद बच्चों को शिक्षण सामग्री किट वितरण करने का कार्य जारी है ।
यह सामग्री है शिक्षण किट में
संस्था की ओर से जो किट उपलब्ध करवाए जा रहे है उनमें प्राथमिक कक्षा 1-2 में तीन कॉपियों का सेट, शॉपनर, पेसिंल, रबर व आल इन वन पुस्तिका। कक्षा 3,4 व 5 में चार कॉपियों का सेट,कलर बुक,कलर सेट,पेन , पेसिंल, रबर, शॉपनर व आल इन वन पुस्तिका, कक्षा 6,7 व 8 में छह कॉपियों का सेट,ड्राइंग बुक,कलर सेट, पेसिंल, रबर, शॉपनर,स्केल, परकार, डी, पेन आदि सामग्री किट में शामिल है।
यह है संस्था का आगामी लक्ष्य
संस्था से जुड़े हेमराज बताते है कि इस वर्ष संस्था का फोकस उन बच्चों की मदद करने का रहेगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण फीस व शिक्षण सामग्री की समस्या से जूझ रहे है। संस्था को ऐसे बच्चों की जानकारी मिलने पर उनकी मदद करेगी। संस्था का प्रयास रहेगा की फीस व शिक्षण सामग्री की वजह से पढ़ाई प्रभावित न हो।