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तीन वर्ष बाद भी समय पर नहीं बन पाए तीन एनिकट

हिण्डोली विधानसभा क्षेत्र के मेज नदी पर स्वीकृत तीन एनीकटों का निर्माण कार्य 3 वर्ष बाद भी निर्धारित समय में नहीं बनने से क्षेत्र के हजारों किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है । झाडक़स एनीकट का कार्य तो करीब दो वर्ष से बंद पड़ा हुआ है।

बूंदीApr 12, 2025 / 11:47 am

Narendra Agarwal

तीन वर्ष बाद भी समय पर नहीं बन पाए तीन एनिकट

हिण्डोली. दो साल से अधूरा पड़ा झाडकस एनीकट।

हिण्डोली. हिण्डोली विधानसभा क्षेत्र के मेज नदी पर स्वीकृत तीन एनीकटों का निर्माण कार्य 3 वर्ष बाद भी निर्धारित समय में नहीं बनने से क्षेत्र के हजारों किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है । झाडक़स एनीकट का कार्य तो करीब दो वर्ष से बंद पड़ा हुआ है।
जानकारी के अनुसार तत्कालीन कांग्रेस सरकार में विधानसभा क्षेत्र से गुजर रही मेज नदी पर तीन एनीकट निर्माण के लिए करीब 56 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी हुई थी। लेकिन टेंडर के बाद कार्यादेश करीब 28 करोड रुपए की लागत के हुए थे। जिसमें झाडक़स, सादेडा व बडग़ांव के निकट मेज नदी पर एनीकट निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए थे। टेंडर मध्य प्रदेश की एक फर्म ने लिया था।
संवेदक ने शुरू में दबाव के चलते फर्म द्वारा कार्य शुरू करवा दिया गया। लेकिन दो वर्ष से झाडकस का कार्य बंद कर दिया। इसके बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा नोटिस पर नोटिस किए गए ।लेकिन संवेदक के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
बडग़ांव क्षेत्र के मेज नदी बडग़ांव के निकट बना रहा है एनिकट का कार्य लगभग 80 फीसदी से अधिक हो चुका है। यहां पर दीवारे कंप्लीट है एवं एनीकट के गेट लगाने सहित माइनर काम बाकी है। जो बारिश से पहले कार्य पूर्ण होने की संभावना है ।जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बडग़ांव का एनिकट ही है जो जल्द पूरा होने की संभावना है।
इससे इसके गेट लगने के बाद मेज नदी में करीब तीन से चार किलोमीटर दूरी तक पानी भरा रहेगा एवं आसपास के एक दर्जन गांवों का भूजल स्तर ऊंचा रहेगा।
सादेडा एनिकट
सादेडा एनीकट मेज नदी पर बन रहा है। इसका कार्य तीन वर्ष से कछुआ गति से चल रहा है ।ऐसे में इसका निर्माण कार्य भी मात्र 40 फीसदी ही पूरा हुआ है।बीच में कार्य बंद पड़ा हुआ। ऐसे में इस वर्ष सादेडा एनिकट भी पूर्ण बनने की संभावना नहीं है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संवेदक को कई बार यह एनीकट निर्माण कार्य पूरा करने को कहा गया है। लेकिन वह श्रमिकों की कमी का कारण बात कर पल्ला झाड़ रहा है। ऐसे संविदा को कई बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
झाडक़स एनिकट
झाडक़स एनीकट निर्माण कार्य नाम मात्र का हुआ है। शुरू में जो कार्य हुआ था उसके बाद ही संवेदक उसका निर्माण कार्य छोड़ दिया था । एनीकट का निर्माण कार्य में काफी समय लगेगा।
नहीं मिली हजारों किसानों को राहत
ग्राम झाडक़स, बडग़ांव वह सादेडा एवं आसपास के क्षेत्रों के किसानों का कहना है मेज नदी पर 3 एनीकट बन जाते तो आज मेजनदी में करीब 10 से 12 किलोमीटर लंबाई तक पानी भरा रहता। लेकिन विभाग द्वारा संवेदक पर ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा।
दो बार बढ़ाई तारीखें फिर भी कार्य पूर्ण होने की कम है संभावना
जल संसाधन विभाग के अधिकारी सूत्रों ने बताया कि सरकार ने सादेडा, बडग़ांव, झाडक़स एनीकट का कार्य पूरा करवाने के लिए दो बार अवधि बढ़ाई गई है।लेकिन झाडक़स वह सादेडा एनिकट का कार्य बंद पड़ा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि विभाग द्वारा संवेदक को जून 2025 तक कि कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन बडग़ांव के अलावा सादेडा व झाडकस पूरा नहीं हो पाएगा।
बडग़ाव एनीकट का कार्य अंतिम चरण में है, लेकिन सादेडा व झाडकस की प्रगति कम है। ऐसे
में संवेदक को नोटिस जारी कर कार्य अविलंब शुरू करवाने के निर्देश दिए हैं। फिर भी लापरवाही करता
है तो कार्रवाई की जाएगी।
रोहित कुमार, अधिशासी अभियंता जलसंसाधन विभाग बूंदी।

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