बाइक चोरी के केस से नाम हटाने के लिए मांगी रिश्वत
पूरा मामला कुछ इस तरह है कि महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के रहने वाले दीपक पाटिल नाम के युवक ने इंदौर लोकायुक्त में शिकायत की थी उसके दोस्त अभिजीत बिलास मसकर निवासी बुलढाणा महाराष्ट्र से नेपानगर पुलिस थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक दयाराम सिलवेकर चोरी की एक बाइक के केस में नाम हटाने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग कर रहा है। लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर रिश्वत के 50 हजार रूपए लेकर फरियादी दीपक को रिश्वतखोर आरक्षक दयाराम के पास भेजा था। साथी को रिश्वत लेने भेजा पकड़ाया
फरियादी दीपक ने जब प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर को फोन कर रिश्वत के पैसे देने की बात कही तो प्रधान आरक्षक ने बाहर होने की बात कही और अपने साथी को पैसे देने के लिए कहा। इसके बाद प्रधान आरक्षक दयाराम के कहने पर लालबाग थाने का आरक्षक पवन शर्मा रिश्वत लेने के लिए पहुंचा और जैसे ही रिश्वत के 50 हजार रूपए लिए तो लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने पवन शर्मा को भी मामले में आरोपी बनाया है और दोनों पुलिस आरक्षकों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7, एवम 61(2) BNS के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।