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आम नहीं, अब केला बना फलों का राजा! सब्जियों में किसने मारी बाजी और अनाज में कौन है टॉप पर?

एग्रीकल्चर और इससे संबंधित सेक्टर के जीवीओ में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हुई है। यह 2011-12 के 1908 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 2949 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह 54.6 फीसदी की ग्रोथ है।

भारतJul 01, 2025 / 01:43 pm

Pawan Jayaswal

What is Gross Value of Output

ग्रॉस वैल्यू ऑफ आउटपुट के मामले में केला आम से आगे निकल गया है। (PC: Patrika)

हम लोग बचपन से सुनते आए हैं कि आम फलों का राजा होता है, लेकिन GVO के हालिया आंकड़ों को देखें, तो केला आम से आगे निकल गया है। केले का जीवीओ आम के जीवीओ से अधिक आया है। वहीं, सब्जियों में आलू लगातार टॉप पर बना हुआ है। अनाज की बात करें, तो धान और गेहूं सबसे आगे है। जीवीओ यानी ग्रॉस वैल्यू ऑफ आउटपुट इकोनॉमिक एक्टिविटीज का एक मेजरमेंट होता है। यह एक इकोनॉमिक इंडिकेटर है, जो उत्पादित वस्तुओं या सेवाओं के मूल्य को मापता है। आउटपुट की वैल्यू में से इनपुट की वैल्यू घटाने पर GVO निकलता है। सांख्यिकी मंत्रालय ने हाल ही में एग्रीकल्चर और इससे जुड़े सेक्टर के जीवीए आंकडों की एक रिपोर्ट जारी की है।

लगातार दूसरे साल केले ने आम को पछाड़ा

रिपोर्ट के अनुसार, केले का ग्रॉस वैल्यू ऑफ आउटपुट लगातार दूसरे साल आम के जीवीओ से अधिक रहा है। साल 2011-12 से 2021-22 तक आम जीवीओ की फ्रूट कैटेगरी में लगातार टॉप पर बना हुआ था। लेकिन साल 2022-23 और 2023-24 में केला आम से आगे निकल गया है। साल 2023-24 में केले और आम ने संयुक्त रूप से कुल फ्रूट जीवीओ में 50.5 फीसदी हिस्सदारी रखी है।
फलों का ग्रॉस वैल्यू आउटपुट

दूसरे फलों के GVO में भी हुआ अच्छा इजाफा

साल 2011-12 में आम का जीवीओ 33,700 करोड़ रुपये था। 2023 -24 में यह बढ़कर 46,100 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, केले का जीवीओ 2011-12 में सिर्फ 25,000 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में 47,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इस दौरान दूसरे फलों के जीवीओ में भी अच्छा इजाफा हुआ है। ऑरेंज का जीवीओ 9000 करोड़ से 15,500 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, नींबू का जीवीओ 4,800 करोड़ से बढ़कर 12,300 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अनार का जीवीओ 2100 करोड़ से 9,200 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। भारत का कुल फ्रूट जीवीओ 3.48 फीसदी की सालाना ग्रोथ रेट के साथ 2011-12 के 1.18 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 1.84 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

किसका GVO है सबसे अधिक?

रिपोर्ट के अनुसार, एग्रीकल्चर और इससे संबंधित सेक्टर का जीवीओ 2011-12 के 1908 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 2949 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह 54.6 फीसदी की ग्रोथ है। एग्रीकल्चर और संबंधित सेक्टर के 2949 हजार करोड़ के जीवीओ में 1595 हजार करोड़ रुपये के जीवीओ के साथ फसल क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान है। इस तरह इसकी 54.1 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके बाद अनाज, फल और सब्जियों की कुल 52.5 फीसदी हिस्सेदारी है।
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अनाज में सिर्फ धान और गेहूं की 85% हिस्सेदारी

अनाज के जीवीओ की बात करें, तो इसमें सिर्फ धान और गेहूं की 85 फीसदी हिस्सेदारी है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023-24 में अनाज के जीवीओ में करीब 53 फीसदी योगदान सिर्फ 5 राज्यों ने दिया। ये राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना और हरियाणा हैं। इनमें भी उत्तर प्रदेश टॉप पर रहा। हालांकि, उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी साल 2011-12 के 18.6 फीसदी से घटकर 2023-24 में 17.2 फीसदी पर आ गई है।

सब्जियों में किसने किया टॉप?

सब्जियों के जीवीओ में आलू टॉप पर रहा है। आलू का जीवीओ साल 2011-12 के 21.3 हजार करोड़ से बढ़कर साल 2023-24 में 37.2 हजार करोड़ पर आ गया है। वहीं, फूलों की खेती के जीवीओ में शानदार ग्रोथ हुई है। यह 2011-12 के 17.4 हजार करोड़ से बढ़कर 2023-24 में 28.1 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह बागवानी में कमर्शियल स्कोप और डायवर्सिफिकेशन को दिखाता है।

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