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नियामकीय जरूरतों के तहत फैसला (BharatPe)
भारतपे (BharatPe) की मूल कंपनी रेजिलिएंट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों के तहत 2029 तक यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक में अपनी हिस्सेदारी को 10% तक घटाना आवश्यक है। यही वजह है कि कंपनी ने अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए अंतरराष्ट्रीय परामर्श कंपनी रॉथसचाइल्ड एंड कंपनी को नियुक्त किया है।Unity Bank की स्थापना और प्रगति
यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक की स्थापना नवंबर 2021 में हुई थी। इसका लाइसेंस सेंट्रम फाइनैंशियल सर्विसेज और भारतपे (BharatPe) के सहयोग से प्राप्त हुआ। बैंक ने परिचालन शुरू करने के कुछ महीनों बाद ही पीएमसी बैंक का सफलतापूर्वक अधिग्रहण किया। यूनिटी बैंक की सितंबर 2024 तिमाही के वित्तीय नतीजे बेहद उत्साहजनक रहे। बैंक ने इस तिमाही में 187 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 138 करोड़ रुपए था। बैंक की कुल आय भी 77% की बढ़ोतरी के साथ 640 करोड़ रुपए तक पहुंच गई।Digital First बैंकिंग मॉडल
यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक एक डिजिटल फर्स्ट बैंक है, जो साझेदारी वाले कारोबारी मॉडल और ओपन आर्किटेक्चर पर आधारित है। यह छोटे व्यवसायों और ग्राहकों को डिजिटल सेवाओं के जरिये बेहतर बैंकिंग अनुभव प्रदान करता है।BharatPe की विस्तार योजनाएं
2018 में स्थापित भारतपे (BharatPe) ने भुगतान और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। इसके प्रमुख निवेशकों में टाइगर ग्लोबल, सिकोया कैपिटल (अब पीक 15 पार्टनर्स), ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप, इनसाइट पार्टनर्स जैसे बड़े नाम शामिल हैं। कंपनी अपने कारोबार के विस्तार और नए उत्पादों की पेशकश के लिए लगातार फंड जुटा रही है। ये भी पढ़े:- New Year पर आई बड़ी खुशखबरी, दिसंबर में GST कलेक्शन 7.1% बढ़ा, जानिए पूरी खबर