वेल्थ मैनेजमेंट इंडस्ट्री : आखिर कौन हैं ये नए करोड़पति ?
इस रिपोर्ट में कहा गया कि पहली बार संपत्ति बनाने वालों की एक नई पीढ़ी सामने आई है — मिलेनियल उद्यमी, युवा कॉर्पोरेट लीडर्स और स्टार्टअप संस्थापक हैं। ये लोग न सिर्फ तेज़ी से अमीर बन रहे हैं, बल्कि वे आधुनिक तकनीकों और सेवाओं की मांग भी कर रहे हैं, जिससे वेल्थ मैनेजमेंट इंडस्ट्री का स्वरूप बदल रहा है।
एआई और जेनरेटिव एआई का बढ़ेगा असर
BCG के पार्टनर मयंक झा ने कहा कि आने वाले समय में AI और जनरेटिव AI की तकनीकें धन प्रबंधन सेवाओं में पूरी तरह एकीकृत हो जाएंगी। इन कंपनियों को अब सिर्फ फंड मैनेजमेंट से आगे बढ़कर कस्टम सलाह, डेटा एनालिटिक्स और ग्राहक अनुभव पर ध्यान देना होगा।
भारत की वित्तीय संपत्ति में भी बड़ी छलांग
BCG के अनुसार, 2023 से 2024 के बीच भारत की वित्तीय संपत्ति में 10.8% की वृद्धि हुई है, जो एशिया-प्रशांत के औसत 7.3% से कहीं अधिक है। भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और बढ़ते निवेश रुझान इसे वित्तीय संपदा के वैश्विक बदलाव का इंजन बना रहे हैं।
कौन होंगी विजेता कंपनियां ?
BCG के एक और वरिष्ठ साझेदार माइकल कालिच ने कहा कि अब कंपनियों की सफलता सिर्फ बड़े बैंकर या मार्केट प्रदर्शन से तय नहीं होगी। जो कंपनियां जानबूझ कर ब्रांड, सलाहकार दक्षता और युवा ग्राहकों के साथ जुड़ाव में निवेश करेंगी, वही भविष्य की मार्केट लीडर बनेंगी।
देश अब सिर्फ विकासशील नहीं, बल्कि वेल्थ जेनेरेशन में अग्रणी बाजार
वित्तीय विशेषज्ञों और उद्योग जगत का कहना है कि भारत में करोड़पतियों की तेज़ी से बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि देश अब सिर्फ विकासशील नहीं, बल्कि वेल्थ जेनेरेशन में अग्रणी बाजार बन रहा है। CA अर्चना त्रिपाठी, एक वित्त सलाहकार कहती हैं, “भारत में उद्यमिता, स्टार्टअप संस्कृति और निवेश में रुचि ने युवाओं को जल्दी संपत्ति निर्माण की दिशा में प्रेरित किया है।”
क्या सरकार इस वेल्थ बूम के लिए नई नीति तैयार करेगी ?
टैक्सेशन, रिटायरमेंट फंड और निवेश-प्रोत्साहन स्कीम्स पर सरकार क्या कदम उठाएगी — यह जानना जरूरी होगा। क्या यह असमानता भी बढ़ा रहा है?
एक ओर करोड़पतियों की संख्या बढ़ रही है, दूसरी ओर आय असमानता का सवाल भी ज़रूरी है। अगली रिपोर्ट इस अंतर को उजागर कर सकती है।
क्या छोटे निवेशकों को भी मिलेगा लाभ?
अगर सही वित्तीय साक्षरता और सलाह मिले, तो मध्यम वर्ग भी इस संपत्ति निर्माण की दौड़ में शामिल हो सकता है। भारत का टियर-2 और टियर-3 शहरों में बढ़ता निवेश रुझान
कई नए करोड़पति मेट्रो सिटीज़ से नहीं, बल्कि जयपुर,इंदौर, सूरत, लुधियाना और कोच्चि जैसे शहरों से आ रहे हैं।
AI का रोल वैल्थ मैनेजमेंट में कैसे बदलेगा गेम?
पारंपरिक वित्तीय सलाह अब AI आधारित डेटा एनालिटिक्स और कस्टम रणनीतियों की तरफ बढ़ रही है। एक्सक्लूसिव इनपुट के लिए क्रेडिट: BCG Wealth Report 2024 – प्राथमिक स्रोत मयंक झा, मैनेजिंग डायरेक्टर, BCG India – रिपोर्ट में दिए गए कोटेशन माइकल कालिच, पार्टनर, BCG Global – वैश्विक विश्लेषण वित्तीय सलाहकार अर्चना त्रिपाठी (दिल्ली) – इंडस्ट्री रिएक्शन
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