scriptटैक्स भरने में महाराष्ट्र ने लगाई छलांग, यूपी और दिल्ली ने भी टॉप पर बनाई जगह, जानिए अन्य राज्यों का हाल | taxpayer in India Maharashtra UP delhi on top 3 position know other state rank | Patrika News
कारोबार

टैक्स भरने में महाराष्ट्र ने लगाई छलांग, यूपी और दिल्ली ने भी टॉप पर बनाई जगह, जानिए अन्य राज्यों का हाल

Taxpayer in India: CBDT की हालिया रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और दिल्ली में 77% से अधिक करोड़पतियों ने टैक्स भरा है।

भारतJun 12, 2025 / 09:23 am

Devika Chatraj

टैक्स भरने में महाराष्ट्र सबसे आगे (प्रतीकात्मक फोटो)

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 (असेसमेंट ईयर 2024-25) में 2.20 लाख टैक्सपेयर्स ने अपनी आय ₹1 करोड़ या अधिक घोषित की थी। यह संख्या वित्त वर्ष 2024-25 (असेसमेंट ईयर 2025-26) में बढ़कर 3,50,281 हो गई, जो एक उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है। इस वृद्धि के बावजूद, सीबीडीटी ने खुलासा किया कि देश में 7 से 8 लाख लोग ऐसे हैं, जिनकी आय ₹1 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है, लेकिन उन्होंने अपनी आय कम दिखाई। ऐसे लोग अब जांच के दायरे में हैं।

देश के टॉप 3 राज्य

देश के टॉप 3 राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और दिल्ली में 77% से अधिक करोड़पति टैक्सपेयर्स रहते हैं। यह न केवल आय के केंद्रीकरण को दर्शाता है, बल्कि स्टार्टअप्स की घनत्व, रियल एस्टेट की गतिशीलता और नए भारतीय अभिजात वर्ग के उदय को भी दर्शाता है।

राज्यों में करोड़पति टैक्सपेयर्स की संख्या (वित्त वर्ष 2023-24)

राज्यकरोड़पति टैक्सपेयर्स
महाराष्ट्र1,24,98,800
उत्तर प्रदेश24,050
दिल्ली20,500
मध्य प्रदेश8,684
तमिलनाडु6,288
आंध्र प्रदेश5,340
गुजरात4,354
पश्चिम बंगाल3,013
कर्नाटक2,816
जम्मू-कश्मीर2,600

देश में महाराष्ट्र का दबदबा

तमिलनाडु: भारत का ‘हाउस ऑफ इंडियन टेक’ कहलाने वाला यह राज्य केवल 6,288 करोड़पति टैक्सपेयर्स के साथ है।
गुजरात: बिजनेस हब के रूप में प्रसिद्ध होने के बावजूद, यहां केवल 4,354 करोड़पति हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर में यह संख्या 2,600 के करीब है।

महाराष्ट्र का दबदबा: देश के कुल करोड़पति टैक्सपेयर्स में 56% से अधिक अकेले महाराष्ट्र से हैं।

महाराष्ट्र में करोड़पतियों की अधिकता के कारण

मुंबई भारत का वित्तीय केंद्र होने के कारण, देश भर से उद्यमी और कारोबारी यहां बसते हैं। राजस्थान के बिरला, बजाज, पीरामल, बियानी जैसे बड़े कारोबारी परिवार दशकों पहले मुंबई में अपना आधार बना चुके हैं। गुजरात, राजस्थान और अन्य राज्यों के व्यापारी भी मुंबई में निवेश और कारोबारी गतिविधियों के लिए आते हैं। स्टार्टअप्स, कॉरपोरेट मुख्यालय, रियल एस्टेट, और वित्तीय बाजारों की उपलब्धता महाराष्ट्र को करोड़पतियों का गढ़ बनाती है।

आर्थिक केंद्रीकरण की स्थिति

महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और दिल्ली में करोड़पतियों की इतनी बड़ी संख्या आर्थिक गतिविधियों के इन राज्यों में केंद्रित होने का संकेत देती है। इन राज्यों में रियल एस्टेट की तेजी और स्टार्टअप इकोसिस्टम का विकास नए धन के सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सीबीडीटी की नजर

7-8 लाख लोगों पर, जो अपनी आय ₹1 करोड़ से अधिक होने के बावजूद कम दिखा रहे हैं, अब टैक्स चोरी के संदेह में जांच की जा रही है। यह आयकर विभाग की सख्ती और डेटा विश्लेषण की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है।

टैक्स चोरी पर सीबीडीटी की सख्ती

सीबीडीटी की यह रिपोर्ट न केवल भारत में बढ़ते करोड़पतियों की संख्या को उजागर करती है, बल्कि देश में आर्थिक असमानता और केंद्रीकरण के गहरे मुद्दों को भी सामने लाती है। महाराष्ट्र, विशेष रूप से मुंबई, देश की आर्थिक धड़कन बना हुआ है, जबकि अन्य राज्यों में करोड़पतियों की कम संख्या क्षेत्रीय आर्थिक अंतर को दर्शाती है। टैक्स चोरी पर सीबीडीटी की सख्ती भविष्य में और पारदर्शिता ला सकती है।

Hindi News / Business / टैक्स भरने में महाराष्ट्र ने लगाई छलांग, यूपी और दिल्ली ने भी टॉप पर बनाई जगह, जानिए अन्य राज्यों का हाल

ट्रेंडिंग वीडियो