स्कूल शिक्षा विभाग के नीति नोट का हवाला देते हुए अन्नामलै ने बताया कि तमिलनाडु सरकार ने खुद संस्कृत और अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण धन आवंटित किया है। उन्होंने कहा कि 2024-25 में संस्कृत को बढ़ावा देने पर 11 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं और 2025-26 में इसके लिए 10 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, 2024-25 में अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने पर 13 करोड़ रुपए खर्च किए गए, जिसमें 14 करोड़ रुपए शामिल हैं।