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छिंदवाड़ा

बैटरी चलित कार की जरूरत है, लेकिन रैंप तक कर दिया गया बंद

छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट से प्लेटफॉर्म तक बुजुर्गों और निशक्तों को पहुंचने में होती है परेशानी

छिंदवाड़ाMay 20, 2025 / 07:47 pm

mantosh singh

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने हाल ही में गोंदिया एवं राजनांदगांव में बैटरी चलित गाडिय़ों की निशुल्क सेवा शुरू की है। इस सेवा की जरूरत नागपुर मंडल अंतर्गत आने वाले छिंदवाड़ा स्टेशन पर होनी चाहिए, ताकि छिंदवाड़ा आने एवं यहां से अन्य शहरों की ओर जाने वाले दिव्यांग एवं बुजुर्ग यात्रियों को सुविधा मिल सके। छिंदवाड़ा स्टेशन पर अब छह प्लेटफॉर्म हैं। प्लेट फॉर्म चार, पांच एवं छह के लिए यात्रियों को काफी दूर तक जाना पड़ जाता है। स्टेशन पर बैटरी चलित कार तो दूर की बात रैंप को भी बंद कर दिया गया है। इससे दिव्यांगों को सीढिय़ों से ही प्लेटफॉर्म तक जाना पड़ रहा है। दिव्यांग संगठनों ने बैटरी चलित कार संचालन सहित बंद रैंपों को भी खोलने की मांग की है।

इतवारी में 50 रुपए प्रति व्यक्ति

गोंदिया एवं राजनांदगांव में निशुल्क बैटरी कार की व्यवस्था शुरू की गई, लेकिन नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी रेलवे स्टेशन पर यह व्यवस्था निशुल्क नहीं है। इसके लिए रेलवे 50 रुपए प्रति व्यक्ति वसूल रहा है। रेल अधिकारियों का कहना है कि इतवारी में फिलहाल सामाजिक कल्याण संगठनों का सहयोग नहीं मिल रहा है, जिससे यह व्यवस्था निशुल्क नहीं हो पा रही है। छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन पर अभी इस बैटरी चलित कार की सुविधा का कोई प्रस्ताव नहीं है।

क्या कहते हैं लोग

मैं पैरों से दिव्यांग हूं। जहां बैटरी चलित कार चलनी चाहिए, वहां रैंप भी बंद है। मैं घिसटकर सीढिय़ां चढकऱ प्लेटफॉर्म पर जाकर ट्रेन में बैठता हूं। यहां की व्यवस्थाओं के लिए स्टेशन प्रबंधक से लेकर सामाजिक न्याय विभाग तक में शिकायत कर चुका हूं।
अमित इंगले, दिव्यांग

बैटरी कार की बहुत जरूरत

बैटरी कार की बहुत जरूरत है, ताकि वृद्ध एवं असहाय लोग प्लेटफॉर्म से स्टेशन के प्रविष्टि गेट तथा स्टेशन के प्रविष्टि गेट से प्लेटफार्म तक सरलता से पहुंच सकें। बैटरी कार में बैठना भी आसान होता है। न शोर होता है, न ही प्रदूषण फैलता।
हरनाम सिंह भट्टी, अध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक संगठन

बहुत जरूरी है

कुछ ट्रेन दूसरे दूर प्लेटफॉर्मों पर खड़ी होती हैं। वहां तक जाने के लिए वृद्धों को पैसे देकर भी सहायता नहीं मिल पाती है। स्टेशन पर बैटरी कार की उपलब्धता निशक्त, असहाय एवं वृद्धों के लिए बहुत जरूरी है।
हरी वाड़बुधे, वरिष्ठ नागरिक

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