किसान से ठगी
चौरई के ग्राम झिलमिली में किसान के साथ छह लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया। किसान को मोबाइल पर केवाईसी पूर्ण करने के लिए अंजान नंबर से फोन आया और एक लिंक उनके मोबाइल पर भेजी गई। लिंक पर क्लिक करने के बाद दो-दो लाख रुपए के तीन ट्रांजेक्शन हुए और छह लाख रुपए निकल गए। किसान ने इस दौरान मोबाइल से पैसे अपने परिचित के खाते में ट्रांसफर करना चाहा, लेकिन मोबाइल हैंग हो गया और खाता पूरा खाली हो गया। किसान ने साइबर सेल को शिकायत की है।पैसे कमाने का झांसा
खजरी स्थित युवक को टेलीग्राम पर एक ग्रुप में शामिल किया गया। इसमें सोशल मीडिया पर पोस्ट लाइक करने के बदले पैसे दिए जा रहे हैं, ऐसा बताया गया। बाद में पर्सनल टेलीग्राम पर मैसेज कर पूछा गया कि आप भी कमाना चाहते हैं। पहली व दूसरी बार टास्क पूरा करने पर पैसे भी ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए। उसके बाद पैसे लगाकर पैसे कमाने का टास्क दिया तो तीन चरण में पैसा लगाने को बोला गया। लेकिन, पैसे कम होने पर दो बार में 15 हजार ही लगा पाया। बाद में पैसे वापस नहीं मिले।कैश ऑन डिलेवरी
छिंदवाड़ा ग्रामीण क्षेत्र में ऑनलाइन पार्सल बुलाने व उसके कैंसिलेशन को लेकर भी ठगी का मामला सामने आया है। युवक ने ऑनलाइन साइट से कुछ सामान की खरीदी की तथा कैश ऑन डिलेवरी चुना। लेकिन, अगले दिन युवक ने उस पार्सल को कैंसिल करने के प्रक्रिया की तो उसके पास फोन आया तथा ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी से फोन होने की बात करते हुए मोबाइल पर एक ओटीपी भेजकर खाते से 35 हजार रुपए निकाल लिए। युवक जब तक कुछ समझ पाता, तब तक खाते से 35 हजार रुपए कट गए।कॉलर ट्यून का दिख रहा है असर
देशभर में साइबर ठगी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मोबाइल फोन में बजने वाली कॉलर ट्यून भी लोगों को जागरूक कर रही है। मोबाइल कंपनियों ने शासन के निर्देश पर सभी मोबाइल धारकों को जागरूक करने यह सुविधा दी है।टॉपिक एक्सपर्ट: तत्काल करें शिकायत
किसी भी तरह के फोन आने पर निजी जानकारी के साथ ही बैंक संबंधित जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही लॉटरी और फायदा पहुंचाने वाले फोन साइबर ठगों की चाल होती है। इससे संभलकर रहने की आवश्यकता है। डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ नहीं होता है। साइबर ठगी का शिकार होने के बाद तत्काल साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 व छिंदवाड़ा पुलिस लाइन स्थित साइबर सेल में शिकायत करनी चाहिए। समय रहते अगर शिकायत कर दी जाती है, तो पुलिस की साइबर सेल ठगी से बचाने के प्रयास मेंं जुट जाती है।आदित्य रघुवंशी, साइबर एक्सपर्ट