इस मण्डी मेें सुबह 7 बजे किसान, व्यापारी और आम ग्राहक की भीड़ लगती है। यहां ढंग से न तो सफाई हो रही है और ना ही व्यवस्थित कामकाज हो रहा है। जहां जिसको ंजगह मिली, वहीं दुकान लगाकर वह बैठ जाता है। इस सब्जी बाजार के बारे में व्यापारी गोलू वर्मा ने बताया कि बाजार में गंदगी ज्यादा हो रही है। बारिश का पानी यहां ठहर जाता है। कुछ किसान यहां सब्जी फेंक देते हैं। इस वजह से कीचड़ हो जाता है। नगर निगम को यहां सफाई करनी चाहिए। तभी यहां की स्थिति में सुधर हो सकता है।
दूसरी सब्जी दुकान लगानेवाली रामसिया ने बताया कि कई बार गंदगी में बैठना पड़ता है। अभी मण्डी की स्थिति काफी खराब है। गंदगी के कारण मच्छर काटते हैं। कई लोग बीमार हो चुके है। यहां पहले कृषि उपज मण्डी लगती थी। जब कृषि मण्डी कुसमैली चली गई, तब धीरे-धीरे लोग सब्जी बाजार लगाने लगे। अब यह सब्जी मण्डी बन गई है। इस पर अब कोई ध्यान देनेवाला है। जबकि यह सब्जी मण्डी लाखों रुपए कमाती है। इस पर नगर निगम को हस्तांतरित करना चाहिए।
इनका कहना है…
गांधीगंज की सब्जी मण्डी सुबह 7 बजे से लगती है। यहां बारिश में गंदगी और कीचड़ की स्थिति बन रही है। इस पर नगर निगम को गंभीरता से लेकर इसे कृषि उपज मण्डी से अपने अधीन लेनी चाहिए।
-सोनू मागो, अध्यक्ष नगर निगम।
….
्रगांधीगंज की सब्जी मण्डी गंदगी और कीचड़ की समस्या है तो इसे कृषि उपज मण्डी से हस्तांतरित कर अपने अधीन लेने प्रयास करेंगे। इस पर नगर निगम ने भी पत्र लिखा था। इस पर मण्डी का पत्र भी आया है।
-विक्रम अहके, महापौर, नगर निगम।
…….