गौरतलब है कि रावतभाटा के भैंसरोडगढ़ से जवाहर सागर बांध के कैचमेंट से वर्तमान में भीलवाड़ा को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। अब जलसंसाधन विभाग
रामजल सेतु परियोजना के तहत चंबल नदी के व्यर्थ बहने वाले जल को ब्राह्मणी नदी से जोड़कर भीलवाड़ा की जलापूर्ति करेगा।
ब्राह्मणी बैराज के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जलसंसाधन विभाग प्रजेंटेशन देगा। 10 फरवरी को सीएम भजनलाल शर्मा रावतभाटा आएंगे। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने शनिवार को हेलीपैड और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल सेडल डेम का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। अतिरिक्त कलक्टर विनोद मल्होत्रा, उप जिला कलक्टर महेश गागोरिया, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी, पुलिस उपाधीक्षक कमल प्रसाद मीणा समेत सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से व्यवस्थाए यातायातए प्रोटोकॉल को लेकर चर्चा की और निर्देश दिए।
ब्राह्मणी बैराज 759.96 हैक्टेयर भूमि आएगी डूब में
ब्राह्मणी कैचमेंट में भैंसरोड़गढ़ अभयारण्य क्षेत्र की 63 हैक्टेयर, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व की 230 हैक्टेयर, चित्तौडगढ़ वन विभाग की 185 हैक्टेयर, निजी भूमि 140.62 हैक्टेयर, सरकारी भूमि 141.34 हैक्टेयर समेत 759.96 हैक्टेयर भूमि डूब क्षेत्र में आएगी। यह भी पढ़ें 140 किलोमीटर जाएगा पानी
ब्राह्मणी बैराज से बीसलपुर तक पानी पहुंचाने के लिए करीब 55 किलोमीटर तक पहाड़ों को काटकर टनल बनाई जाएगी। टनल के जरिए श्रीपुरा ब्राह्मणी बैराज से 140 किलोमीटर दूर बीसलपुर पानी पहुंचाया जाएगा।
ब्राह्मणी से आधा भर जाएगा बीसलपुर बांध
ब्राह्मणी बैराज से जयपुर-अजमेर की लाइफ लाइन माने जाने वाले बीसलपुर बांध में पानी की कमी नहीं रहेगी। बीसलपुर बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। ब्राह्मणी बैराज 54 मिलियन क्यूबिक मीटर होगी। इससे लिफ्ट किए जल से बीसलपुर आधा भर जाएगा।
ब्राह्मणी में पानी की आवक रहने पर बीसलपुर चार जिलों की प्यास बुझाने के अलावा सिंचाई के लिए भरपूर जल एकत्रित करने वाला बांध होगा। बीसलपुर की भराव क्षमता 317 आरएल मीटर करने की योजना है। ब्राह्मणी बैराज से मानसून में 422 मिलियन क्यूबिक पानी देने की प्लानिंग है।