BJP के नए CM ‘शीशमहल’ में नहीं रहेंगे
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से सरकारी चार संपत्तियों का “शीश महल” के साथ विलय को कैसिंल करने का आग्रह किया। साथ ही यह भी बताया कि दिल्ली के नए मुख्यमंत्री सिविल लाइंस स्थित फ्लैगस्टाफ रोड स्थित ‘शीश महल’ बंगले में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि नवगठित सरकार बंगले के भविष्य के उपयोग पर फैसला करेगी। बता दें कि आप सरकार की ओर से CM के रहने के लिए बनवाए गए आलीशान घर को BJP ने ‘शीश महल’ नाम दिया गया। साथ ही इसे बनवाने को लेकर भाजपा ने AAP पर बड़े घोटालों के आरोप लगाए थे। केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद शीशमहल किया खाली
बता दें कि यह बंगला 2015 से अक्टूबर 2024 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक निवास था। जब BJP सरकार ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तब
केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद ‘शीश महल’ खाली कर दिया था। रोहिणी से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री बंगले में नहीं रहेंगे, क्योंकि कथित अनियमितताओं के लिए यह बंगला जांच के दायरे में है।
इन संपत्तियों को मिलाकर बनाया गया ‘शीशमहल’
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि विलय की गई संपत्तियों में 45 और 47 राजपुर रोड पर आठ टाइप-V फ्लैट, दो सरकारी बंगले (8-A और 8-B फ्लैग स्टाफ रोड) शामिल हैं, जिन्हें 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के साथ मिला दिया गया है। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “मैं इन संपत्तियों को उनकी मूल स्वतंत्र स्थिति में बहाल करने और 6-लाग स्टाफ रोड को 10,000 वर्ग मीटर से कम के अपने पिछले क्षेत्र में वापस लाने के लिए आपके हस्तक्षेप का तत्काल अनुरोध करता हूं।’