पहले दिन की गणना में चार करोड़ 80 लाख 27 हजार 911 रुपए मिले थे, जबकि बुधवार को चिल्लर की गणना में सात लाख 2 हजार 895 रुपये मिले।दोनों चरणों की गणना में कुल 4 करोड़ 87 लाख 30 हजार 806 रुपए मिले। इसके अलावा भंडार से 60 ग्राम सोना और 18 किलो 900 ग्राम चांदी मिली, जबकि कार्यालय भेंट कक्ष से 33 ग्राम सोना और 28 किलो 685 ग्राम चांदी मिली।
इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी शिवशंकर पारिक व नंद किशोर टेलर, संस्थापन प्रभारी लहरी लाल गाडरी, सुरक्षा प्रभारी गुलाब सिंह, संपदा प्रभारी भेरूगिरी गोस्वामी, मंदिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा, श्रवण शर्मा, बिहारीलाल गुर्जर, जितेन्द्र त्रिपाठी सहति मंदिर मंडल के कर्मचारी व बैंक कर्मचारी आदि उपस्थित थे।
क्या है खासियत
श्री सांवलिया सेठ मंदिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में मंडफिया में स्थित भगवान कृष्ण का प्रसिद्ध धाम है। यह मंदिर करीब 450 साल पुराना है। यह मंदिर भव्य वास्तुकला और सुंदर नक्काशी के लिए जाना जाता है। सांवलिया सेठ मंदिर में मान्यता है कि जो भक्त जितना चढ़ावा चढ़ाएंगे उससे कई गुना ज्यादा भक्तों को वापस लौटाते हैं। सांवलिया जी का संबंध मीरा बाई से बताया जाता है। मान्यता के अनुसार मंदिर में स्थित सांवलिया जी मीरा बाई के वही गिरधर गोपाल है जिनकी वह पूजा किया करती थी।