यह है प्रक्रिया
दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड के लिए ई-मित्र के माध्यम से आवेदन करना होता है। यह आवेदन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास जाता है। आवेदन के साथ अपलोड प्रमाण पत्र की जांच करने के पश्चात दिव्यांग जन को जांच के लिए बुलाया जाता है। सीएमएचओ उसे परीक्षण के लिए मेडिकल ऑफिसर के पास भेजता है। जांच के बाद मेडिकल बोर्ड से फिर से जांच कराई जाती है। जांच रिपोर्ट सीएमएचओ के पास जाती है। वहां पर संतुष्ठ होने पर सीएमएचओ यूडीआईडी कार्ड जारी करते हैं। यही प्रक्रिया नए आवेदनों की भी है। जानकारों की मानें तो सीएमएचओ स्तर पर, मेडिकल ऑफिसर स्तर और मेडिकल बोर्ड स्तर पर आवेदन लम्बित चल रहे हैं। फैक्ट फाइल
- 7656 स्वावलंबन पोर्टल पर प्राप्त आवेदन
- 4736 आवेदन सीएमएचओ स्तर पर लम्बित
- 5503 दिव्यांगों का नहीं हो रहा वैरीफिकेशन
यह अटक रहे काम
- दिव्यांगजनों को नहीं मिल रही पेंशन
- अंग उपकरण आदि वितरण में परेशानी
- नए दिव्यांगजन भी नहीं जुड़ पा रहे
कार्ड के लिए सीएमएचओ को किया निवेदन
दिव्यांगजन के यूडीआईडी कार्ड नहीं होने के कारण वैरीफिकेशन नहीं हो पा रहा है। इससे उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है। कार्ड जारी करने के लिए सीएमएचओ को निवेदन किया है। जल्द ही शेष कार्ड जारी होने की उम्मीद है।
- जितेन्द्र कुमार गढ़वाल, उपनिदेशक सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग
ब्लॉक स्तर पर लगा रहे कैंप, जल्द होंगे पूरे
यूडीआईडी कार्ड के लिए आवेदन के अनुसार ब्लॉक स्तर पर कैंप लगाए जा रहे हैं। एक हजार आवदेनों को तो आगामी एक सप्ताह में निस्तारण कर दिया जाएगा। शेष कार्ड भी जल्द जारी कर दिए जाएंगे। प्रतिदिन 50-60 नए आवेदन आ रहे हैं। इसके कारण संख्या बढ़ रही है।