IPL के प्रचार गतिविधियों के तहत पेश किए गए AI संचालित रोबोट स्वान को प्रशंसकों की वोटिंग के बाद 23 अप्रैल को आधिकारिक तौर पर चंपक नाम दिया गया, जिसको पर बच्चों की पत्रिका ‘चंपक’ के प्रकाशक ने आपत्ति जताई। उन्होंने दावा किया कि यह नाम उसके पंजीकृत और व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त ट्रेडमार्क का उल्लंघन है।
इस मामले में बुधवार को सुनवाई करने वाले जस्टिस सौरभ बनर्जी ने BCCI को नोटिस जारी किया है। चंपक पत्रिका के मुकदमे में दिल्ली हाई कोर्ट ने BCCI को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 9 जुलाई को होगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लिए अच्छी बात यह रही कि उसे बिना सुने नाम के इस्तेमाल पर अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया है।
वहीं, वादी की ओर से पेश अधिवक्ता अमित गुप्ता ने दलील दी कि चंपक पत्रिका, जो कहानियों और पात्रों के लिए जानी जाती है, सभी पीढ़ियों के बच्चों के बीच एक घरेलू नाम रही है और बीसीसीआई की ओर से एक व्यावसायिक क्रिकेट आयोजन के दौरान रोबोट इकाई के लिए इस नाम का उपयोग करना स्पष्ट रूप से अनधिकृत उपयोग का मामला बनता है।