दिमुथ करुणारत्ने ने अपनी रिटायरमेंट पर कहा, “एक खिलाड़ी यदि साल में केवल चार टेस्ट मैच खेले, ऐसे में उसके लिए फॉर्म को बनाए रखना और प्रेरित रहना मुश्किल होता है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की शुरुआत के बाद पिछले 2-3 साल में हमें बहुत कम द्विपक्षीय सीरीज खेलने को मिली हैं। रिटायरमेंट लेने के पीछे मेरी मौजूदा फॉर्म, 100वां टेस्ट और 2023-25 WTC सत्र का समाप्त होना भी है। मुझे लगता है कि ये रिटायरमेंट के लिए सही समय है।”
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वो रिटायरमेंट के बाद श्रीलंका छोड़ अगले महीने परिवार सहित ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट होने वाले हैं। साल 2011 में वनडे और 2012 में टेस्ट डेब्यू करने वाले करुणारत्ने ने सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई है। वे टेस्ट क्रिकेट में सात हज़ार से जादा रन बना चुके हैं।
वहीं वनडे और टी20 में उनका करियर कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने अब तक 99 टेस्ट मैचों की 189 पारियों में 39.40 की औसत से 7,172 रन बनाए हैं। इस दौरान करुणारत्ने ने 16 शतक और 39 अर्धशतक ठोके हैं। वनडे में उन्होंने 50 मैचों की 46 पारियों में 31.33 की औसत से कुल 1,316 रन बनाए हैं। वनडे मैचों में उनके नाम एक शतक और 11 फिफ्टी हैं। 14 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 8 हजार से अधिक रन और 17 शतक जड़े हैं।