भारत-इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है, लेकिन रविवार को खेल शुरू होने से कुछ घंटे पहले सुबह बारिश हुई। पांचवें दिन भारत सीरीज 1-1 से बराबर करने की कोशिश में है, उसे जीत के लिए सिर्फ सात विकेट की दरकार है। टीम इंडिया ने इस मैदान पर कभी कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है। ऐसे में अगर भारत मुकाबला जीता, तो यह ऐतिहासिक पल होगा, लेकिन ‘बारिश’ भारत के लिए विलेन साबित हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, बर्मिंघम में सुबह 9 बजे बारिश होने का 90 प्रतिशत पूर्वानुमान था और बारिश हो भी रही है। हालांकि आने वाले समय में बारिश के कम होने के आसार हैं और तब बारिश रुकती है तो तेज गेंदबाज कहर बरपा सकते हैं। लेकिन अगर भारतीय गेंदबाजों को प्रयाप्त ओवर नहीं मिले और इंग्लैंड जैसे तैसे ये टेस्ट ड्रॉ करा लेता है तो फिर शुभमन गिल के फैसले पर सवाल उठेंगे। आखिरी उन्होंने दूसरी पारी घोषित करने में इतनी देरी क्यों की। चौथे दिन भारतीय गेंदबाजों ने 16 ओवर में 3 विकेट निकाल दिए। अगर 30 ओवर मिले होते तो शायद आधी टीम इंग्लैंड की पवेलियन होती। स्थिति इससे भी खराब हो सकती थी। लेकिन अब इंग्लैंड के पास 7 विकेट हैं और बारिश जैसे जैसे होती रहेगी, ओवर कम होते जाएंगे।
टीम इंडिया के लिए गुड न्यूज
हालांकि दोपहर 12 बजे यानी भारत में 6 बजे के आसपास बारिश रुक जाने की संभावना है और मैच अगले 5 घंटे बिना रुकावट के साथ खेला जा सकता है। इन 5 घंटों में 50 से अधिक ओवर फेंके जा सकते हैं। इस दौरान अगर टीम इंडिया के गेंदबाज बचे हुए 7 विकेट चटका देते हैं तो भारत को 12 अंक मिल जाएंगे और नहीं चटकाते तो भारत को 4 अंक मिलेंगे यानी 8 अंकों का नुकसान। यह नुकसान वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में होगा, जो उन्हें फाइनल में पहुंचने से रोक सकता है। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में 587 रन बनाए। इस पारी के दौरान भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने 387 गेंदों में 269 रन जड़े। इसके जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 407 रन पर सिमट गई। मेजबान टीम के लिए इस पारी में दो बल्लेबाजों ने 150 से ज्यादा रनों की पारी खेली। भारत ने दूसरी पारी 427/6 के स्कोर पर घोषित की। इस पारी में एक बार फिर कप्तान गिल ने शतक जड़ते हुए 161 रन बनाए। चौथे दिन की समाप्ति तक इंग्लैंड ने 16 ओवर खेले, जिसमें तीन विकेट गंवाकर 72 रन जोड़ लिए हैं। इंग्लैंड को जीत के लिए 536 रन की जरूरत है।