दिलीप दोषी (Dilip Doshi) ने 1979 में 32 वर्ष की आयु में भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू (पदार्पण) किया। उन्होंने 1979 से 1983 के बीच 33 टेस्ट और 15 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। अपनी क्लासिकल लेफ्ट-आर्म स्पिन के लिए माने जाने वाले इस दिग्गज ने 114 टेस्ट विकेट लिए, जिसमें छह बार पांच विकेट लेने का कारनामा और 22 वनडे विकेट शामिल हैं। अपने करियर में उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 238 मैचों में 898 विकेट हासिल किए।
BCCI ने कहा-अपूरणीय क्षति
BCCI ने बयान में कहा, “बीसीसीआई इस अपूरणीय क्षति पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार, प्रियजनों और क्रिकेट समुदाय के साथ एकजुटता से खड़ा है। दिलीप दोषी के निधन की खबर सुनकर हमें गहरा दुख हुआ है। वह स्पिन गेंदबाजी के सच्चे कलाकार थे, मैदान के अंदर और बाहर एक सज्जन व्यक्ति और भारतीय क्रिकेट के समर्पित सेवक थे।”
मैच में तीसरी बार शोक
हालांकि एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में यह तीसरी बार है, जब दोनों टीमों के खिलाड़ी ब्लैक आर्मबैंड्स बांधकर मैदान पर खेलने उतरे हैं। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में पहली बार अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जान गंवाने वालों की याद में ब्लैक आर्मबैंड्स पहना था। वहीं, दूसरी बार, इंग्लैंड के पहले अश्वेत क्रिकेटर और पूर्व तेज गेंदबाज डेविड लॉरेंस का 61 वर्ष की आयु में निधन होने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने ब्लैक आर्मबैंड्स पहन खेलने के लिए उतरे थे। खिलाड़ियों ने एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी थी।