दरअसल, पारी के 80वें ओवर में गेंद लेने के मात्र 63 गेंदों के बाद ही वह खराब हो गई, जिसके बाद भारत की ओर से दूसरी नई गेंद को बदलने के लिए अनुरोध किया। हालांकि भारतीय टीम को अंपायर की ओर से जो गेंद दी गई, वह मूल रूप से इस्तेमाल की जा रही गेंद से कहीं अधिक पुरानी थी। भारतीय कप्तान शुभमन गिल को गेंद बदलने को लेकर अंपायर शरफुद्दौला से तीखी बहस करते हुए देखा गया, जहां उन्होंने नई गेंद देने का अनुरोध किया।
जसप्रीत बुमराह ने शुक्रवार को खेल के पहले आधे घंटे में दूसरी नई गेंद से तीन विकेट चटकाए थे। हालांकि, उनके विकल्प के तौर पर मिली गेंद से बुमराह को स्विंग या सीम मूवमेंट नहीं मिला। इसकी वजह से दूसरे दिन शुरुआती विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड को संभलने में मदद मिली, वहीं इस गेंद को भी 48 डिलीवरी के बाद बदलना पड़ा।
यहां यह बता दें कि बर्मिंघम टेस्ट मैच में ड्यूक बॉल अपनी शेप बरकरार नहीं रख पाने के कारण आलोचनाओं के केंद्र में आ गई थी। उस टेस्ट में दोनों टीमों ने कई बार गेंद बदलने की मांग की थी।