इसके बाद उन्होंने एक निजी अनुभव का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने न्यूजीलैंड के सहयोगी स्टाफ के तौर पर भारतीय वीजा हासिल करने के प्रयासों के दौरान उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, हाल ही में हुई भारत और न्यूजीलैंड सीरीज (नवंबर 2024) से पहले जहां न्यूजीलैंड ने उन्हें 3-0 से हराया था, पीटकर आए थे इनको। मैं पीसीबी की ओर मेंटर नियुक्त किए जाने से पहले न्यूजीलैंड का स्पिन (गेंदबाजी) सलाहकार था।
उन्होंने बताया कि न्यूलीलैंड के भारत दौरे से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और न्यूजीलैंड क्रिकेट की ओर से वीजा के आवेदन के लिए पत्र मिला। मैंने लीसेस्टर (इंग्लैंड) से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक किया, जहां मेरा घर है। मुझे दो सप्ताह के बाद का अपॉइंटमेंट मिला। उन्होंने मुझे 4 घंटे तक कतार में रखा। मुझे शर्मिंदगी हुई, जिस तरह से मेरे साथ व्यवहार किया गया।
उन्होंने कहा कि आपको कतार में लगना होगा। आप विश्वास नहीं करेंगे कि मैंने कितने लोगों से अपना वीजा बनवाने के लिए संपर्क किया। वे मुझसे कहते रहे कतार में लगा हुआ है। तीन महीने तक यही स्थिति रही। इसी बीच मुझे पीसीबी से प्रस्ताव मिला और मैंने वीजा लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने मेरी फीस भी ले ली और इसकी जानकारी भी नहीं दी।
48 वर्षीय पूर्व स्पिनर ने इस दौरान पाकिस्तान में भारत के नहीं खेलने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा, पता नहीं ये कौन सी दुनिया में रह रहे हैं और क्या करना चाह रहे हैं। क्या ये हमेशा इसी तरह रहेंगे। इन्हें कब सुधरना है। कब इनका माइंडसेट चेंज होगा। उनका रवैया विचित्र है। मुझे लगता है कि आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए और पाकिस्तान को कड़ा रुख अपनाना चाहिए। इनको सबक सिखाना चाहिए।