दादा का काफिला दुर्गापुर एक्सप्रेसवे से गुजर रहा था। तभी ओवर टेक करते हुए एक लॉरी दादा की गाड़ी के सामने आ गई। ड्राइवर ने तुरंत ब्रेक मारा, लेकिन काफिले के पीछे की गाड़ियां एक दूसरे से टकरा गईं। हालांकि, किसी को कोई चोट नहीं पहुंची। गांगुली के काफिले की दो कारों को मामूली नुकसान पहुंचा है। गांगुली को बर्धमान विश्वविद्यालय जाने से पहले लगभग 10 मिनट तक सड़क पर इंतजार करना पड़ा।
इस एक्सीडेंट ने फैंस को भारतीय विकेट कीपर ऋषभ पंत की याद दिला दी है। दिसम्बर 2022 की सुबह कुछ इसी तरह पंत का कार एक्सीडेंट हुआ था। जिसके बाद वह डेढ़ साल तक क्रिकेट के मैदान से बाहर रहे थे। पंत दिसम्बर 2022 की एक सुबह दिल्ली से रुड़की अपने आवास जा रहे थे। रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के पास पंत को गाड़ी चलाते वक्त झपकी आ गई। जिसके बाद उनकी मर्सीडीज कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई।
टक्कर इतनी खतरनाक थी कि कार ने आग पकड़ ली। पंत को सिर, पीठ और पैर में चोटें आई। टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी रॉन्ग साइड में जा पहुंची। गाड़ी सड़क पर घसीटते हुए करीब 200 मीटर की दूरी पर जाकर थमी। इसके बाद उसमें आग लग गई। आग लगने से पहले पंत खुद गाड़ी का शीशा तोड़कर बाहर निकल आए। तभी दूसरी तरफ से आ रही एक बस के चालक और सहायक ने उनकी मदद की और 108 पर फोन कर जानकारी दी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।