चेन्नई सुपर किंग्स को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। अपने पिछले तीन मैचों में सीएसके रन चेज करने में असफल रही है। टीम पर जो सवाल मंडरा रहा है, वह यह है कि रचिन रवींद्र, डेवोन कॉनवे, ऋतुराज गायकवाड़ और शिवम दुबे जैसे मजबूत शीर्ष क्रम के बावजूद, बल्लेबाजी क्रम में गहराई नजर नहीं आती है। धोनी का पुराना अंदाज जुदा हो चुका है। न उनकी बैटिंग में आक्रामकता दिख रही है और न ही वह मैच फिनिश कर पा रहे हैं। ऐसे में क्या सीएसके पंजाब किंग्स को हराकर जीत की पटरी पर लौट पाएगी।
दूसरी ओर पंजाब ने अपने शुरुआती दो मैच जीतने के बाद, पिछले मैच में रॉयल्स के खिलाफ 50 रनों की बड़ी हार का सामना किया। मध्यक्रम में गिरावट के कारण किंग्स लड़खड़ा गए और उन्हें पोंटिंग-अय्यर युग में पहली हार का सामना करना पड़ा। भले ही मुल्लांपुर पंबाज किंग्स का होमग्राउंड है लेकिन टीम अब तक सिर्फ 1 मैच ही जीत पाई है। ऐसे में पंजाब की सबसे बड़ी चुनौती होगी, इस मैदान के आंकड़ों को सुधारना।
पंजाब किंग्स की पूरी टीम
नेहाल वढेरा, हरनूर सिंह, श्रेयस अय्यर, मुशीर खान, पाइला अविनाश, प्रभसिमरन सिंह, विष्णु विनोद, जोश इंग्लिस, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, प्रवीण दुबे, प्रियांश आर्य, अजमतुल्लाह उमरजई, आरोन हार्डी, मार्को जानसन, हरप्रीत बराड़, सूर्यांश शेडगे, शशांक सिंह, लॉकी फर्ग्यूसन, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह, जेवियर बार्टलेट, कुलदीप सेन, विजयकुमार वैश्य और यश ठाकुर।
चेन्नई सुपर किंग्स की पूरी टीम
रुतुराज गायकवाड़, शेख रशीद, आंद्रे सिद्दार्थ सी, राहुल त्रिपाठी, डेवोन कॉनवे, एमएस धोनी, वंश बेदी, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, विजय शंकर, दीपक हुडा, अंशुल कंबोज, रचिन रवींद्र, जेमी ओवरटन, कमलेश नागरकोटी, रामकृष्ण घोष, रविचंद्रन अश्विन, सैम करन, मथीशा पथिराना, श्रेयस गोपाल, मुकेश चौधरी, नाथन एलिस, गुरजपनीत सिंह, नूर अहमद और खलील अहमद।