एक समय केकेआर का स्कोर 10 ओवरों में एक विकेट के नुकसान पर 107 रन था और टीम आसानी से 200 की ओर जाती दिख रही थी। लेकिन इसके बाद से जल्दी-जल्दी अजिंक्य रहाणे और सुनील नारायण के विकेट गिरे और फिर आरसीबी के स्पिनर्स और बाद में तेज गेंदबाज मैच पर छा गए। टीम 200 क्या 175 तक भी नहीं पहुंच पाई। रहाणे ने मात्र 31 गेंदों पर 56 रन में छह चौके और चार छक्के लगाए जबकि नारायण ने 26 गेंदों पर 44 रन में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। इस साझेदारी के टूटने और दोनों के जल्दी-जल्दी आउट होने के बाद बाकी के बल्लेबाज विकेट पर टिकने का धैर्य नहीं दिखा पाए। लेफ्ट आर्म स्पिनर क्रुणाल पांड्या ने 29 रन पर तीन विकेट लेकर केकेआर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया।
वेंकटेश अय्यर छह और रिंकू सिंह 12 रन बनाकर आउट हुए। आंद्रे रसेल चार रन ही बना सके। अंगकृश रघुवंशी ने दो चौकों और एक छक्के की मदद से 30 रन बनाकर केकेआर को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया। हेजलवुड ने 22 रन पर दो विकेट लिए जबकि यश दयाल, रसिख सलाम और सुयश शर्मा को एक-एक विकेट मिला।
KKR से कहां हुई चूक
पहले 12 ओवर में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 3 विकेट गंवाकर 124 रन बनाए थे लेकिन उसके बाद अगले 8 ओवरों में KKR सिर्फ 48 रन ही बना सकी, जिससे RCB को आसान लक्ष्य मिला। केकेआर के सिर्फ 4 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार कर सके। रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, रमनदीप सिंह और वेकटेश अय्यर ने निराश किया तो डिकॉक अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रहे। यही वजह है कि अच्छी और धमाकेदार शुरुआत के बावजूद केकेआर 200 के पास भी नहीं पहुंच सकी।