टीम की बेहतरी को ध्यान में रखते हुए छोड़ी कप्तानी
शनिवार को मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शांतो ने सभी को चौंकाते हुए कहा, “मैं अब टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी जारी नहीं रखना चाहता। यह फैसला मैंने टीम की बेहतरी को ध्यान में रखते हुए लिया है। मुझे उम्मीद है कि इससे टीम को फायदा होगा।” उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे हैं और समझते हैं कि टीम के लिए क्या सही है। शांतो ने यह भी जोड़ा कि तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) के लिए अलग-अलग कप्तानों की व्यवस्था टीम को भ्रमित कर सकती है।
तीनों फॉर्मेट में अलग -अलग कप्तान सही नहीं
शांतो ने कहा, “तीन फॉर्मेट में तीन कप्तान होना समझदारी नहीं है। इससे टीम में स्पष्टता की कमी हो सकती है। हालांकि बोर्ड जो भी फैसला लेगा, मैं उसका सम्मान करूंगा, लेकिन यह मेरा निजी निर्णय है।” शांतो ने यह भी साफ किया कि उनका यह फैसला हालिया हार या किसी भावनात्मक प्रतिक्रिया का परिणाम नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा, “मैं नहीं चाहता कि लोग यह समझें कि मैंने यह कदम हार की वजह से उठाया है। यह पूरी तरह से सोच-समझकर टीम हित में लिया गया फैसला है।” शांतो ने यह खुलासा भी किया कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को अपने इस फैसले से अवगत करा दिया था।
कप्तानी करियर की शुरुआत और प्रदर्शन
नजमुल शांतो ने नवंबर 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से कप्तानी की शुरुआत की थी। उनके नेतृत्व में बांग्लादेश ने कुल 14 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से टीम को 4 में जीत और 9 में हार मिली, जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा। हालांकि टीम को मिश्रित नतीजे मिले, लेकिन शांतो का व्यक्तिगत प्रदर्शन बतौर कप्तान बेहतर रहा। कप्तान के रूप में उनका टेस्ट औसत रहा 36.24, जबकि गैर-कप्तानी मैचों में उनका 29.83 का औसत था। बांग्लादेश की जिताऊ 4 पारियों में उन्होंने 37.16 की औसत से रन बनाए।
हाल ही में वनडे कप्तानी से भी हटे थे शांतो
इस महीने की शुरुआत में ही शांतो से वनडे कप्तानी भी छीन ली गई थी। उनकी जगह मेहदी हसन मिराज को नया वनडे कप्तान बनाया गया था।
शांतो के टेस्ट करियर पर एक नजर
शांतो ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2017 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। उन्होंने अब तक 37 टेस्ट मुकाबले खेले हैं और इसकी 70 पारियों में 32.19 की औसत से 2,189 रन बनाने में सफल रहे हैं। उनके बल्ले से 7 शतक और 5 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 163 रन रहा है। इस खिलाड़ी ने अपने टेस्ट करियर में सबसे ज्यादा 532 रन श्रीलंका के खिलाफ बनाए हैं।
कोलंबो टेस्ट में बांग्लादेश की हार का हाल
दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश ने पहली पारी में 247 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका ने पथुम निसंका के शानदार 158 रन की पारी के दम पर 458 रन ठोक दिए। दूसरी पारी में बांग्लादेश की टीम मात्र 133 रन पर ढेर हो गई। इस मैच में कप्तान शांतो ने 8 और 19 रन की छोटी पारियां खेलीं।