टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी केकेआर की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 206 रनों का पहाड़ खड़ा किया। जवाब में आरआर 8 विकेट के नुकसान पर 205 रन ही बना पाई। 207 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स को पारी की चौथी ही गेंद पर पहला झटका वैभव सूर्यवंशी के रूप में लगा। वह दो गेंद पर चार रन बनाकर आउट हुए। केकेआर के कप्तान अजिंक्या रहाणे ने पीछे की ओर दौड़ते हुए उनका शानदार कैच लपका। तीसरे नंबर पर बैटिंग करने उतरे कुणाल सिंह राठौड़ भी बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल भी अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा पाए। उन्होंने 21 गेंद में 34 रन बनाए।
पराग ने खेली धुंआधार पारी
सात ओवर में 66 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद कप्तान रियान पराग ने 45 गेंद पर 95 रनों की धुआंधार पारी खेली। हालांकि वह अपने शतक से चूक गए। मध्यक्रम में विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरैल और वानिंदु हसरंगा बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। हेटमायर 29 (23 गेंद), शुभम दुबे नाबाद 25 (14 गेंद) और जोफ्रा आर्चर 12 (आठ गेंद) ने अंत में कुछ संघर्ष जरूर किया, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। केकेआर की तरफ से मोइन अली, हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती को दो-दो सफलताएं और वैभव अरोड़ा को एक सफलता मिली। इससे पहले केकेआर की तरफ से पारी की शुरुआत करने आए विकेटकीपर बल्लेबाज गुरबाज ने 35 रन (25 गेंद) और सुनील नारायण ने 11 रन बनाए। तीसरे नंबर पर कप्तान अजिंक्या रहाणे 30 रन (24 गेंद) और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए अंगक्रिश रघुवंशी ने 44 रन (31 गेंद) बनाए। वहीं, अंत में आंद्रे रसल ने नाबाद 57 रन (25 गेंद) की ताबड़तोड़ पारी खेली। रिंकू सिंह ने छह गेंद पर नाबाद 19 रन बनाए। आरआर की तरफ से जोफ्रा आर्चर, युधवीर सिंह, महेश तीक्ष्ण और रियान पराग को एक-एक सफलता मिली।
रियान ने हार के बाद बताई अपनी गलती
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ आखिरी ओवर में मिली रोमांच मुकाबले में हार के बाद रियान पराग ने कहा, “मैंने आखिरी 2 ओवर तक टिकने का प्लान बनाया था, लेकिन दुर्भाग्य से मैं 18वें ओवर में आउट हो गया। यह मेरी तरफ से एक गलत अनुमान था। मुझे लगता है कि हम आखिरी 6 ओवर में बेहतर कर सकते थे। शायद दूसरे गेंदबाजों को आजमा सकते थे। हम पीछे मुड़कर देखते हुए कुछ और कर सकते थे। रसेल 9 गेंदों पर 2 रन बनाकर खेल रहे थे और उसके बाद जिस तरह से उन्होंने आक्रामकता दिखाई, वह देखना शानदार था। यह ऐसा मैदान है जहां छक्के लगते हैं। विकेट थोड़ा मुश्किल था, इसलिए मुझे लक्ष्य का पीछा करने का फैसला करना पड़ा। मुझे लगता है कि मैंने इसे बहुत अच्छा किया, जब तक मैं आउट नहीं हो गया। मैं खुद से यही कहता रहा हूं, इंटरव्यू देने का मन नहीं कर रहा। हम मैदान पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।