चैंपियंस ट्रॉफी की टीम से हुए बाहर
पिछले कुछ महीनों में सिराज भारत के लिए सीमित ओवरों के दोनों फॉर्मेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, इसके बावजूद उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में जगह नहीं मिली। जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में भी चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज किया। टीम को एक बाएं हाथ का तेज गेंदबाज चाहिए था, जो लंबा हो, पिच से उछाल निकाल सके और मददगार परिस्थितियों में असरदार हो। इसके अलावा, अतिरिक्त स्पिनर की अहमियत को देखते हुए सिराज को टीम से बाहर रखा गया। आईपीएल 2025 की नीलामी में भी सिराज को बड़ा झटका लगा था। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उन्हें रिटेन नहीं किया। लगातार दो मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद सिराज ने कहा, “सच कहूं तो शुरुआत में मैं चैंपियंस ट्रॉफी से ड्रॉप होने को स्वीकार नहीं कर पा रहा था।” उन्होंने आगे कहा, “एक समय ऐसा आया जब मुझे खुद से कहना पड़ा कि अभी मुझमें काफी क्रिकेट बाकी है। बहुत से बड़े सपने हैं जो मैंने देखे हैं और उन्हें पूरा करना है। चैंपियंस ट्रॉफी मेरे नसीब में नहीं थी, लेकिन उसके बारे में सोच कर मैं क्या कर सकता हूं। मैंने फिटनेस पर काम किया। लगातार खेलते हुए यह समझ नहीं आ रहा था कि कहां गलती कर रहा हूं। ब्रेक मिला तो उस पर काम किया और अब मैं अपनी गेंदबाजी का भरपूर आनंद ले रहा हूं। शारीरिक रूप से भी तरोताजा हूं और ज्यादा सोच-विचार नहीं कर रहा, बस वर्तमान में जीने की कोशिश कर रहा हूं।”
भारतीय टीम से बाहर होने के बाद का दौर उनके लिए आसान नहीं था। सिराज ने बताया, “भारतीय टीम के लिए लगातार खेलते हुए जब मैं ड्रॉप हुआ, तो बहुत सी बातें दिमाग में चल रही थीं। लेकिन मैंने खुद को संभाला और आईपीएल का इंतजार करता रहा।” आईपीएल 2025 में सिराज अब तक चार पारियों में 13.77 की औसत से नौ विकेट ले चुके हैं और वह संयुक्त रूप से टूर्नामेंट के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं। अपने प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा, “जब आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही परिणाम मिलता है, तो आत्मविश्वास बढ़ता है। जब गेंद को अंदर-बाहर मूव करा पाते हो तो उसका अलग ही मजा होता है।”