१-प्रदीप शर्मा- संविदा कर्मियों की संविदा अविध बढ़ाने के एचओ के पत्र पर सीएमओ ने २ अप्रेल को लिखा कि नियम लिखकर प्रस्तुत करें। संविदा अवधि बढ़ाने के नियमों के अनुसार ही कार्य करें। साथ ही ऑडिट शाखा से इनकी रिपोर्ट भी चाही थी।
२- रामचरण अहिरवार: इन्होंने १० जून को संयुक्त संचालक को पत्र लिखा। जिसमें बताया कि २०१८ में सभी की २ वर्ष के लिए प्रथम नियुक्ति हुई थी। ३१ मार्च २०२५ को तक आखिरी अनुबंध था। जून में उनकी जानकारी यह मामला आया, जबकि अप्रेल से कर्मचारी कार्यरत होना बता रहे हैं। ऐसे में उन्होंने अवधि बढ़ाए जाने के लिए जेडी से मार्गदर्शन चाहा।
३- राजेंद्र सिंह लोधी: इन्होंने लिखा कि ३ जुलाई तक संयुक्त संचालक से मार्गदर्शन प्राप्त नहीं हुआ है। जबकि कर्मचारी लगातार मांग कर रहे हैं। साथ ही वह हड़ताल पर भी जा सकते है। ऐसे में इनकी अविध १ वर्ष बढ़ाए जाने की सक्षम स्वीकृति शासन के नियमानुसार प्रदान की जाए।
संविदा कर्मियों की अवधि को लेकर नगरपालिका अध्यक्ष मंजू वीरेंद्र राय ने संयुक्त संचालक को पत्र लिखा है। उन्होंने भी जेडी से इस वावत मार्गदर्शन चाहा है। उन्होंने पुराने सीएमओ और वर्तमान सीएमओ की नस्ती व मार्गदर्शन के संबंध में लिखा है। साथ ही जेडी से तत्काल मार्गदर्शन देने लिखा गया है, जिससे कर्मचारियों को परेशानियों से बचाया जा सके।
कर्मचारी नेता प्रभात कछवाहा ने बताया कि काफी समय से नगरपालिका और कलेक्टर से संविदा कर्मचारियों की अवधि बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं। यदि जल्द ही इस पर कोई निर्णय नहीं होता है तो सभी कर्मचारी एक बार फिर काम बंद हड़ताल पर जाने विवश होंगे।