एस.एन. सुब्बा रेड्डी ने शनिवार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर अधिकारियों को विदेश में उनके नाम पर कोई संपत्ति मिली, तो वे उसे सरकार को दान कर देंगे। ईडी ने रेड्डी के आवास और अन्य संपत्तियों पर एकसाथ छापामारी की थी। ईडी को गुप्त सूचना मिली थी कि रेड्डी ने जर्मनी, मलेशिया, हांगकांग और अन्य देशों में संपत्तियां जमा की हैं।
विधायक बोले- ईडी को गलत जानकारी दी गई
विधायक रेड्डी ने कहा कि उनके राजनीतिक विरोधियों ने उनके खिलाफ साजिश रची, जाली दस्तावेज बनाए और उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी को गलत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैंने विदेश में कोई संपत्ति नहीं खरीदी है। मेरी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की गई है। मेरे विरोधियों ने मेरे चेहरे को किसी और की तस्वीरों पर लगा दिया है। उन्होंने फर्जी दस्तावेज बनाए हैं जिनसे पता चलता है कि मेरे पास विदेशों में संपत्तियां हैं और उन्हें ईडी को सौंप दिया है।
तस्वीरों के साथ हुई छेड़छाड़
रेड्डी ने आरोप लगाया कि इन जाली दस्तावेजों और छेड़छाड़ की गई तस्वीरों के आधार पर ईडी अधिकारियों ने मेरे परिसरों पर छापे मारे। उन्होंने कहा कि अगर यह साबित हो जाता है कि मैंने किसी भी दूसरे देश में एक पैसा भी निवेश किया है, तो मैं वह संपत्ति सरकार को सौंप दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि वह पिछले 15 सालों में जर्मनी, मलेशिया या हांगकांग नहीं गए हैं। उन्होंने यह तक कह गया कि वह अपने पूरे जीवन में कभी जर्मनी नहीं गए। उन्हें संदेह है कि हाल ही में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में पराजित एक उम्मीदवार इस साजिश के पीछे है।
उन्होंने कहा कि यह झूठा दिखाया गया है कि मैंने रामास्वामी वीरन नाम के व्यक्ति की एक संपत्ति खरीदी है। उन्होंने तस्वीरों को इस तरह से एडिट किया है कि ऐसा लगे कि मैं विदेशी संपत्तियों का मालिक हूं।
झूठे दस्तावेजों के आधार पर छापे मारे गए
विधायक रेड्डी ने कहा कि ईडी ने इन झूठे दस्तावेजों के आधार पर छापे मारे। मैंने भी इन दस्तावेजों की कॉपी प्राप्त कर ली हैं और साइबर क्राइम पुलिस से शिकायत दर्ज कराने के लिए संपर्क किया था, लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। अब मैं औपचारिक शिकायत दर्ज करूंगा और अदालत में मामला दर्ज करूंगा। बता दें कि रेड्डी चिक्कबल्लापुरा जिले के बागेपल्ली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।