सीईओ ने गढ़हिम्मत सिंह ग्राम पंचायत के पांच वर्षों के निर्माण कार्यों की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर ग्राम विकास अधिकारी मनीष मीना हाल ग्राम पंचायत पाली तथा विक्रांत शर्मा, खेड़ला बुजुर्ग के तत्कालीन कार्यवाहक ग्राम विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद गुर्जर कनिष्ठ सहायक हाल पंचायत पावटा, तालचिड़ी ग्राम पंचायत की जांच में ग्राम विकास अधिकारी रेखा गुर्जर हाल कार्यरत ढण्ड, उकरूंद के तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी सुगरसिंह कनिष्ठ सहायक हाल रसीदपुर, ग्राम विकास अधिकारी सत्यप्रकाश शर्मा हाल कार्यरत ऊकरूंद, ग्राम विकास अधिकारी रामोतार अग्रवाल हाल कार्यरत खेड़ला बुजुर्ग तथा ऊकरूंद, गढ़हिम्मतसिंह व तालचिड़ी के तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी बिंदु खां हाल कार्यरत सांथा को निलंबित किया गया है।
सरपंचों पर भी गिर सकती है गाज
सूत्रों ने बताया कि महुवा क्षेत्र के कुछ सरपंच व पूर्व सरपंचों पर भी गाज गिर सकती है। करीब दस वर्ष के कार्यकाल में निर्माण कार्यों की जांच में गड़बड़ी मिलने पर जिला परिषद से संभागीय आयुक्त को अभिशसां की जा चुकी है। इनमें खेड़ला बुजुर्ग, तालचिड़ी, गढ़हिम्मतसिंह, उकरूंद ग्राम पंचायतों का नाम बताया जा रहा है। कार्रवाई के लिए प्रस्तावित पूर्व व वर्तमान सरपंचों में नेहा कुमारी, मोहनसिंह जाटव, कुसुम मीना, गोवर्धन सैनी, संतोष महावर, रणजीता नावरिया, गुड्डी देवी, रामदेई मीना, पप्पी बाई, नरेन्द्र कुमार मीना, इमरती देवी आदि के नाम चर्चा में हैं।