दौसा बोरवेल हादसा, 18 घंटे से फंसा है मासूम, कैमरे में दिखी मूवमेंट, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
18 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन मासूम को बाहर नहीं निकाला जा सका है। मंगलवार सुबह से ही सर्च ऑपरेशन चल रहा है। रेस्क्यू टीमों ने बोरवेल के करीब 50 फीट से अधिक गहरा खोद लिया है।
Dausa News: दौसा के पापड़दा क्षेत्र के कालीखाड़ गांव की ढाणी डांगडा में सोमवार दोपहर करीब तीन बजे पांच वर्षीय मासूम आर्यन मीना पुत्र जगदीश मीना खेलते समय घर के पास स्थित एक खुले बोरवेल में गिर गया। मासूम को बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य जारी रहा। मासूम 160 फीट गहरे बोरवेल में करीब 150 फीट पर अटका हुआ है।
इस घटना के 18 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है। मंगलवार सुबह से ही सर्च ऑपरेशन चल रहा है। दौसा में रेस्क्यू टीमों ने बोरवेल के करीब 50 फीट से अधिक गहरा खोद लिया है। आर्यन को पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। एनडीआरफ तकनीक से भी निकालने का प्रयास कर रही है। एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और अन्य टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। साथ ही मशीनों से लगातार खुदाई का काम जारी है। करीब दस जेसीबी व एल एण्ड टीम मशीन से तेजी से मिट्टी निकाली जा रही है।
कैमरे में दिखी आर्यन की मूवमेंट
सोमवार रात को बोरवेल में डाले में गए कैमरे में बच्चे की मूवमेंट नजर आई थी। फिलहाल 5 साल के आर्यन को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश जारी है। जिला कलक्टर देवेन्द्र कुमार, एएसपी दिनेश अग्रवाल, डिप्टी एसपी चारूल गुप्ता सहित आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा आर्यन
जानकारी के अनुसार जगदीश मीना की पत्नी खेत में बनी टंकी पर थी। इस दौरान आर्यन वहां खेल रहा था। अचानक बालक का पैर फिसल गया और मां के सामने खुले पड़े बोरवेल में गिर गया। इस पर मां ने शोर मचाकर अन्य परिजनों व ग्रामीणों को बुलाया। परिजनों ने जब बोरवेल के अंदर आवाज दी तो बालक की भी आवाज आई। इस पर परिजनों ने कहा कि वह घबराए नहीं, जल्दी ही निकाल लेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि जगदीश मीना के चार बेटे और एक बेटी है। बोरवेल में गिरा आर्यन सबसे छोटा बेटा है। मासूम के गिरने की सूचना लगते ही महिला परिजन रोने लग गई तो ग्रामीणों ने ढांढस बंधाया।