हत्यारे की मां ने क्या बताया
मृतका लाली देवी खारवाल (48) की सास और हत्यारे पति की मां दाखा देवी ने बताया, रात नौ बजे उसका बेटा ख्यालीराम खारवाल खाना खाकर गांव में चला गया। देर रात करीब ग्यारह बजे कुल्हाड़ी से बेटे ने घर के बाहर सो रही उसकी पत्नी लाली देवी की गर्दन पर दो वार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में चद्दरों के नीचे कूलर के सामने सो रहे छोटे बेटे दिल सिंह के मुंह पर भी वार कर दिया। उसके चिल्लाने की आवाज बड़े पोते कृष्ण की बहू भगवती देवी ने सुनी तो वह कुल्हाड़ी लेकर दौड़ा तो उसने अंदर से कुंडी लगा दी।
अंदर से चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। मौके पर जाकर देखा, लाली देवी और दिल सिंह चारपाई पर लहूलुहान हालत में पड़े हुए मिले। ग्रामीणों की मदद से दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने जयपुर रेफर कर दिया। जहां महिला ने दम तोड़ दिया, वहीं बच्चे का उपचार जारी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
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मानसिक स्थिति ठीक नहीं
सदर पुलिस थानाधिकारी रविंद्र चौधरी ने बताया कि कंट्रोल रूम पुलिस को सुबह कृष्ण खारवाल नाम के व्यक्ति ने फोन कर हत्या की सूचना दी कि उसके पिता ख्यालीराम खारवाल (52) ने मेरी मां लाली देवी की हत्या कर दी और छोटे भाई को घायल कर दिया। मौके पर पहुंची एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए और पुलिस ने आरोपी ख्यालीराम खारवाल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
परिजनों से पूछताछ में सामने आया कि ख्यालीराम की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। आए दिन वह अपनी पत्नी लाली देवी से झगड़ा करता रहता था। घर का सारा खर्चा उसका बड़ा बेटा कृष्ण ही चलाता था। ग्रामीणों ने बताया कि अभी 12 मई को ख्यालीराम की पुत्री गुड्डी की शादी हुई थी। शादी के बाद से ही वह मानसिक तनाव में था और किसी से बात भी नहीं करता था।
पहले भी तोड़ दिया था हाथ
मृतका के भाई सीताराम खारवाल बांसखोह ने बताया कि मेरा जीजा ख्यालीराम आए दिन मेरी बहन से मारपीट करता था। दो साल भी लाठी से वार कर बहन का हाथ तोड़ दिया था। वह हमेशा परेशान रहती थी। ग्रामीणों ने बताया कि मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से ख्यालीराम ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी और बेटे को घायल कर दिया।