कलक्ट्रेट के बाहर मौजूद परिजन और सिक्किम में फंसा भेवारा। फोटो: पत्रिका
दौसा। नांगल राजावतान उपखण्ड के टीटोली गांव निवासी एक युवक सिक्किम के मगना जिले में तेज बारिश व भूस्खलन में चार दिन से फंसा हुआ है। वहां ऑक्सीजन की कमी होने से परेशानी होने रही है। परिजनों सहित पंचायत समिति सदस्य ने जिला कलक्टर के गुहार लगाकर मजदूर को जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने गृह मंत्रालय नई दिल्ली को पत्र लिखा है।
पंचायत समिति सदस्य रामजीलाल मीना ने बताया कि टीटोली गांव का भेवाराम मीणा एक कंपनी में कार्य करने के लिए 22 मई को सिक्किम गया था। कम्पनी ने उसे तालम गांव के समीप एक रेस्टोरेन्ट में ठहरा दिया। 30 मई को तेज बारिश के चलते भूस्खलन होने से सभी रास्ते बंद हो गए। इसमें भेवाराम सहित आठ लोग रेस्टोरेन्ट में फंस गए।
भेवाराम की मंगलवार को तबीयत खराब हो गई। इस पर अन्य मजदूरों ने सेना के कैम्प में ले जाकर दवा दिलाई गई। सेना से एक लीटर पेट्रोल लाकर जनरेटर चलाया, जिससे मोबाइल चार्ज किए गए। रेस्टोरेन्ट में फंसे मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था है। सभी लोग सुरक्षित हैं, लेकिन बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है।
परिजनों ने कलक्टर से लगाई गुहार
जिला कलक्टर से भेवाराम के भाई राकेश मीना, अर्जुन मीना, पिता रमेशचंद, राकेश बनियाना, रामजीलाल बैजवाड़ी, सरपंच फैलीराम, ब्रदी, सुरेन्द्र, राकेश, सुरजन, रामकिशोर मीना आदि ने भेवाराम को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की गुहार की।
सिक्किम में फंसे मजदूर भेवाराम ने बताया कि यहां पर पांच दिन से मौसम खराब व तेज बारिश होने से रेस्टोरेन्ट के सभी रास्ते बंद पडे हैं। मौसम खराब होने के चलते हेलीकॉप्टर आने में भी परेशानी हो रही है। कम्पनी अधिकारियों सहित स्थानीय प्रशासन ने दूरभाष पर बात करने पर मौसम खुलते ही हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकालने का आश्वासन दिया है। रात्रि के समय में ठण्ड बढने से ऑक्सीजन की कमी होने से सांस फूलने लग जाती है।