सूत्रों के अनुसार बस्सी से अलवर तक की दूरी करीब 120 किलोमीटर है। ऐसे में इस खण्ड पर ट्रेक के दोनों ओर 240 किलोमीटर की फेंसिंग लगेगी। इसमें से 120 किलोमीटर की डब्ल्यू बीम स्टील फेंसिंग लगाने पर 41 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके तहत 5 फिट ऊंचाई की फेंसिंग लगाई जाएगी।
सुरक्षा की दृष्टि से 16 मीटर के एक पैनल के बाद थोड़ी जगह छोड़ी जा रही है। इससे किसी कारणवश फेंसिंग में कंरट आदि प्रवाहित होने की स्थिति में आगे नहीं फैल सके। अभी तक 80 किलोमीटर फेंसिंग लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है।
इसके अलावा शेष 120 किलोमीटर में से 44 किलोमीटर स्लीपर एवं 19 किलोमीटर अदर फेंसिंग लगाई गई है। ऐसे में कुल 240 में से 143 किलोमीटर में फेंसिंग लगाई जा चुकी है। इसके अलावा भी अन्य कई रेल खंड पर भी फेंसिंग लगाई जा रही है। गौरतलब है कि रेलवे की ओर से कई ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने व वन्दे भारत जैसी सेमी हाई स्पीड ट्रेनों के चलते भी सुरक्षित ट्रेक की जरुरत है।
ये होगा लाभ
रेलवे ट्रेक पर अक्सर ट्रेनों की चपेट में पशुओं के आ जाने से संचालन प्रभावित होता है। ट्रेक के दोनों ओर फेंसिंग लगने से पशुओं की आवाजाही नहीं हो सकेगी। वहीं रेलवे भूमि पर अनावश्यक अतिक्रमण एवं अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रेक से गुजरने के दौरान होने वाली अप्रिय घटनाओं पर भी रोक लग लगेगी।