सभी उस नहर में नहाने लगे तभी एक दोस्त के मन में खुराफात सूझी उसने अपने दोस्त से कहा कि तुम मेरी रील बनाओ और मैं आगे नहाने के लिए जाता हूं। मैं तैरता रहूंगा और तुम मेरी रील बनाते रहना। फिर क्या था इतना कहने के बाद वह युवक बैरिकेडिंग को पार करके आगे की तरफ बढ़ गया। कुछ देर तैरता रही धीरे-धीरे 40 सेकेंड बीते और युवक थोड़ा और गहराई की तरफ जाने लगा। फिर अचानक वह नहर के तेज बहाव में बह गया, उसके साथ आए दोस्तों को समझ ही नहीं आया और वह वीडियो बनाते रहे। लेकिन, जैसे ही 10 सेकेंड और बीते तो उन्हें समझ आया कि उनका दोस्त तो पानी के बहाव में बह गया।
एक युवक, जो कुछ देर पहले उन्हीं के साथ हंस रहा था, पानी के तेज बहाव में असहाय बहता चला गया। किनारे पर खड़े उसके दोस्त स्तब्ध रह गए। उनकी आंखों के सामने, उनका साथी, जिसने कुछ पल पहले उनके साथ मिलकर रील बनाने के सपने देखे थे, अब पानी की क्रूर लहरों के हाथों विवश था।
वे सिर्फ देखते रहे। चाहकर भी कुछ न कर सके। नहर का पानी उसे तेजी से दूर ले जा रहा था, और उनकी हर पुकार अनसुनी रह गई। वह 30 सेकंड, जो शायद एक मनोरंजक रील बनाने के लिए सोचा गया था, अब उनके जीवन का सबसे लंबा और भयावह पल बन गया।
उस युवक का चेहरा, उसकी हंसी, उसकी बातें – सब कुछ उन दोस्तों की आंखों में हमेशा के लिए कैद हो गया। वे हरिद्वार घूमने आए थे शांति और पवित्रता की तलाश में, लेकिन वे अपने साथ एक ऐसा दर्दनाक अनुभव लेकर लौट रहे हैं जो शायद कभी नहीं भरेगा।