रुद्रप्रयाग से बद्रीनाथ जा रही थी बस
रेस्क्यू टीम ने कुछ लोगों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया है। अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि यह यात्री केदारनाथ से यात्रा करने के बाद रात को रुद्रप्रयाग में रुके थे और गुरुवार यानी आज सुबह बद्रीनाथ के लिए रवाना हुए थे। लेकिन गोचर के पास अचानक बस की ट्रक से टक्कर हो गई और बस नदी में जा गिरी।
ड्राइवर ने हादसे को लकर क्या बताया?
जानकारी के मुताबिक अभी तक 8 से 9 लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। ड्राइवर ने बताया कि हम लोग केदारनाथ से बद्रीनाथ की ओर जा रहे थे। तभी ट्रक ने हमारी बस में टक्कर मार दी और ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। टक्कर लगते बस अनियंत्रित हो गई और नदी में गिर गई.
ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
वहीं दूसरी तरफ बुधवार रात हुई भारी बारिश के चलते से मुनकटिया के पास मलबा-पत्थर आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। सोनप्रयाग शटल पुल के पास ऊपर पहाड़ी से मलबा-पत्थर और बोल्डर आने के चलते आवागमन पूरी तरह से ठप्प हो गया। ऐसे में केदारनाथ धाम की तरफ जाने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत सुरक्षित रुकवाया गया है।
बस में सवार थे राजस्थान, गुजरात, एमपी और महाराष्ट्र के यात्री
उदयपुर के शास्त्री सर्कल निवासी रवि भावसार (28), उदयपुर के गोगुंदा प्रताप चौक निवासी ललित सोनी (45), गोगुंदा के वास निवासी दीपिका सोनी (42), गोगुंदा की हेमलता सोनी (28), उदयपुर की चेतना सोनी (52), उदयपुर के शास्त्री सर्कल निवासी संजय सोनी (55), उदयपुर के शास्त्री सर्कल निवासी सुशील (77), मध्य प्रदेश के राजगढ़ निवासी पार्थ सोनी (10), एमपी के राजगढ़ निवासी गौरी सोनी (41), मध्य प्रदेश के राजगढ़ के विशाल सोनी (42), गुजरात के ईश्वर सोनी (46), गुजरात की भावना सोनी (43), गुजरात के ड्रेमी (17) गुजरात की भव्या सोनी (7), सूरत की मयूरी (24), सूरत की चेस्टा (12), सूरत की मौली सोनी (19), महाराष्ट्र के रंजन (54) और महाराष्ट्र की अमिता सोनी (49) सवार थे। पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 को गुरुवार की सुबह 5 से 8 बजे तक के लिए पूरी तरह से बंद रखा गया था। पुलिस ने बताया था कि एसआरएम कांट्रेक्टर एमटी कंपनी द्वारा पहाड़ी से बोल्डर हटाने का काम किया जाएगा। बोल्डर के हटाए जाने के बाद ही राजमार्ग को शुरू किया जाएगा। इस राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल लंबाई 538 किलोमीटर है। इसका 165 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में और 373 किमी हिस्सा उत्तराखंड में फैला है।