CG Election 2025: तिलक सोनकर हो सकते हैं उम्मीदवार
मुख्य प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता संगठन को दोषी ठहराने से भी नहीं चूक रहे। शहर सहित कांग्रेस खेमे में पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया रही। अब तिलक सोनकर धमतरी नगर निगम से मेयर प्रत्याशी हो सकते हैं। वे कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के पूर्व प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। इस राजनीतिक हलचल के पीछे 1956 की धारा 17 (2) की कंडिका-ड कारण बनी। इस कंडिका के तहत स्वायत्तशासी नगर निगम से यदि किसी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हित जुड़ा है तो वह महापौर का प्रत्याशी नहीं हो सकता। दरअसल भाजपा ने विजय गोलछा के नामांकन में आपत्ति लगाई थी कि विजय गोलछा नगर निगम में ठेकेदार के रूप में कार्य कर रहे हैं। रिटर्निंग आफिसर ने आपत्ति को सही पाया और उनका नामांकन रद्द कर दिया। कांग्रेसी इसे सत्ता के दबाव का निर्णय बता रही।
पार्षद प्रत्याशियों में भी मायूसी
अधिकृत मेयर प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने से कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों में भी मायूसी देखी जा रही है। वार्ड पार्षद प्रत्याशी के साथ मेयर प्रत्याशी की फोटो सहित फ्लैक्स आदि तैयार हो गए थे। ट्यूनिंग बनाकर वार्डों में जनसंपर्क भी शुरू हो गया था। अब महापौर प्रत्याशी का चेहरा बदलने के बाद फिर से नए सिरे से पार्टी को तैयारी करनी पड़ेगी। इसे लेकर कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी भी चिंतित हैं।
एक पार्षद का भी नामांकन रद्द
नाम वापसी के एक दिन पूर्व ही कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे। मेयर प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन रद्द होने के बाद एक कांग्रेस पार्षद का नामांकन भी रद्द हो गया। दरअसल श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड से कांग्रेस ने राकेश लुनिया को पार्षद पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया था। यह वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित हुआ है। भाजपा प्रत्याशी पवन पटेल ने आपत्ति लगाई थी कि राकेश लुनिया सामान्य वर्ग से हैं और वे पिछड़ा वर्ग से चुनाव लड़ने नामांकन जमा किया है। दोपहर 2.30 बजे के बाद रिटर्निंग आफिसर के कक्ष में सुनवाई हुई, जिसमें आपत्ति सही पाए जाने पर पार्षद प्रत्याशी राकेश लुनिया के नामांकन को रद्द कर दिया गया। ब्राह्मण पारा के कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी राजेश पांडेय के नामांकन पर भी भाजपा के प्रत्याशी कोमल सार्वा ने आपत्ति लगाई थी। बाद में उन्हाेंने आपत्ति वापस ले ली, लेकिन आरओ ने दस्तावेज विधि सम्मत पाए जाने पर स्वीकृ़त किया।
संगठन की हो रही किरकिरी
शहर सत्ता को लेकर कांग्रेस की तैयारी कमजोर नजर आ रही। पहले आमापारा वार्ड से कांग्रेस के अधिकृत पार्षद प्रत्याशी विजय पटेल ने ऐन वक्त में चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। बाद में मीना बैगा नाग को प्रत्याशी घोषित किया गया। पोस्ट आफिस वार्ड में संजीदा बेगम के नाम काटने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस के 4 बार पार्षद रहे अवैश हाशमी ने संगठन पर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया। गुरूवार को महापौर प्रत्याशी सहित एक पार्षद का नामांकन निरस्त हो गया। कांग्र्रेस के लिए मुसीबत का मीटर ऊंचा होते जा रहा है। कांग्रेस की ओर से टिकट वितरण के पूर्व तीन नामों पर चर्चा थी। विजय गोलछा, अनुराग मसीह और रूपेश राजपूत को मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा था। पार्टी ने विजय गोलछा की टिकट फायनल की। गुरूवार को विजय गोलछा का नामांकन रद्द होने के बाद रूपेश राजपूत ने बड़ा बयान दिया है। उन्हाेंने सीधे संगठन को दोषी ठहराते हुए ऊपर तक जांच होने की बात कही। कांग्रेस को बचाना है तो इसकी उचित जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वे फार्म जमा कर रहे थे तो विजय गोलछा, सलीम रोकड़िया, मोहन लालवानी ने पार्टी की दुहाई देकर नामांकन जमा करने से रोक दिया। यदि फार्म जमा हो जाता तो आज ऐसी स्थिति नहीं आती।
डमी के तौर पर हमारे पास एक और प्रत्याशी तिलक सोनकर के रूप में है। सत्ता पक्ष के दबाव में ऐसा निर्णय लिया गया है। हमारे प्रत्याशी के पास काम की पूर्णता की भी रसीद है। पीजी और एसडी के भरोसे नामांकन निरस्त करना गलत है।
शरद लोहाना, जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन नियमों के विरूद्ध था। इसकी शिकायत भाजपा द्वारा की गई थी। रिटर्निंग आफिसर ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद पाया कि वे अब भी नगर निगम में व्यापार कर रहे हैं, इसलिए उनका नामांकन निरस्त हुआ है।
विजयशंकर मिश्रा, प्रदेश संयोजक निर्वाचन आयोग संपर्क समिति