CG City Bus: 6 वर्षों से सिटी बस सेवा बंद
निगम में भाजपा की वापसी होने के बावजूद अब तक सिटी बस सेवा को लेकर कोई ठोस प्रयास नहीं हुआ। हालांकि महापौर जल्द से जल्द बस सेवा शुरू करने की बात कह रहे हैं। वर्ष-2017 में शहर व आसपास 7 स्थानों में प्रतीक्षालय भी बनाया गया। इसमें लगभग 10 लाख रूपए खर्च किया गया। अब ये सिटी बस स्टाप कंडम हो रहे हैं।
असर-
सिटी बस सेवा का लाभ पूर्व में छात्र-छात्राओं को मिल रहा था। शहर से 10 से 20 किमी परिधि में संचालन होने से स्कूल व कॉलेज के छात्रों को सुविधा मिल रही थी। साथ ही डेढ़ लाख से अधिक जनता को भी इसका लाभ मिल रहा था। अब सभी प्राइवेट बसों में महंगा सफर करने मजबूर हैं।
ये है कारण
नगर निगम सिटी बस संचालन के लिए 5 बार टेंडर बुला चुका। सरकार के रेट और नुकसान को कारण बताते हुए कोई भी बस ऑपरेटर संचालन के लिए टेंडर नहीं डाल रहे। सरकारी रूप से संचालन के लिए सरकार तैयार नहीं है इसलिए मामला लटका है। शहरवासी मनोज सोनी, सुनील खरे, रूपेन्द्र देवांगन, कालेज स्टूडेंट पारसमणी साहू, सोनाक्षी साहू, संजय ध्रुव, नीलेश शर्मा ने कहा कि सिटी बस शहर की जरूरत है। इससे कालेज छात्र-छात्राओं सहित हर वर्ग को राहत मिलेगी। शहर के चारो ओर 20 किमी परिधि में सिटी बस दौड़ाई जाए तो गरीब, मध्यमवर्गीय सहित
छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी।
बस स्टाप भी हो रहे हैं कंडम
दुर्भाग्य है कि प्रदेश के प्रमुख पर्यटन क्षेत्र गंगरेल बांध जाने के लिए कोई भी बस सुविधा नहीं है। ऑटो में रेट काफी ज्यादा है। पूर्व में गंगरेल तक सिटी बस चल रही थी। इससे कलेक्ट्रेट पहुंचने वाले
अधिकारियों, कर्मचारियों सहित पर्यटक व आम नागरिकों को सस्ती बस सुविधा मिल रही थी।
बाहर से गंगरेल घूमने आने वाले पर्यटक अक्सर इस बात की चर्चा भी करते हैं कि कम से कम पर्यटन क्षेत्र तक सिटी बस सुविधा होनी चाहिए।सिटी बस सेवा शुरू करने के लिए प्रयास जारी है। यदि कोई ठेकेदार राजी नहीं हो रहा तो पीपीपी मोड पर सिटी बस सेवा का संचालन करेंगे। इसे लेकर प्लानिंग कर रहे हैं। रामू रोहरा, महापौर नगर निगम धमतरी