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CG News: मलेरिया पीड़ित छात्रा को ठीक है कह कर अस्पताल से दे दी छुट्टी, घर पहुंचते ही हो गई मौत मलेरिया विभाग के अधिकारी डॉ आदित्य सिन्हा ने बताया कि मलेरिया के मच्छर ठंड के दिनों में तेजी से पनपनते हैं। वनांचल क्षेत्रों का वातावरण इसके लिए अनुकूल होता है, इसलिए हर साल कुछ विशेष सीजन में इन क्षेत्रों में मलेरिया के मरीज बढ़ जाते हैं। मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है इसलिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भी घर-घर जाकर जांच कर रही है। साथ ही मलेरिया से बचने के लिए वर्ष-2023 में नगरी और मगरलोड के संवेदनशील क्षेत्रों में 42181 नीम कोटेड मच्छरदानी का वितरण भी किया गया है।
ये गांव हैं अतिसंवेदनशील
नगरी ब्लाक के सिरौदखुर्द, बरबांधा, गजकन्हार, खालगढ़, दिनकरपुर, बेलरबाहारा, पंडरीपानी, कट्टीगांव, घोरागांव, आमगांव, बिरनासिल्ली, बहीगांव आदि शामिल है। इसी तरह मगरलोड क्षेत्र के जलकुंभी, सोनारीदहन, गिरोलाडीह, मारागांव, बोइरगांव तथा गुजरा पीएचसी के अंतर्गत गंगरेल, उरपुटी और बरबांधा क्षेत्र को मलेरिया के लिए अतिसंवेदनशील है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम इन गांवाें में नजर जमाई हुई है और आरडी किट से जांच कर दवा दे रहें।