18 जुलाई तक मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। मांग पूरी नहीं होने पर शुक्रवार को स्कूल में तालाबंदी कर पालक सहित छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। पश्चात मुयमार्ग में चक्काजाम कर धरना दिया। दुगली के ग्रामीण घुराऊराम, सरगराम शंकर, संतोष कुमार ने कहा कि राजीव गांधी के गोद ग्राम दुगली में 1927 से ब्रिटिश काल से प्राथमिक शाला का संचालन हो रहा है।
CG Student Protest: पालकों और छात्रों ने किया चक्काजाम
प्रशासन के नियम के अनुसार
युक्तियुक्तकरण के तहत आश्रम प्राथमिक शाला दुगली को प्राथमिक शाला दुगली में समायोजन किया गया है। समायोजन के पश्चात प्राथमिक शाला दुगली में छात्र-छात्राओं की कुल दर्ज संया 85 हो गई है, जिसमें विशेष पिछड़े जनजाति (कमार) बच्चे भी अध्ययनरत है। वर्तमान में केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा इनके लिए विशेष सुविधा एवं योजना चलाई जा रही है। इसके बाद भी एक ही शिक्षिका पदस्थ है। एकल शिक्षिकीय शाला होने से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर 2 शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की गई थी, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया। इधर सूचना मिलने पर डीईओ टीआर जगदल्ले, नगरी बीईओ केआर साहू मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं मानें।
अधिकारियों ने शिक्षक नियुक्त करने का आश्वासन दिया तब जाकर प्रदर्शन समाप्त हुआ। मौके पर राजेश नेताम, जुगलाल, बीरसिंग आदि उपस्थित थे।
आश्वासन के बाद खुला ताला
समेरा स्कूल में प्राचार्य को हटाने की मांग को लेकर पालकों ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को स्कूल खुलने के पहले ही पालक स्कूल पहुंचे और मुय गेट पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण प्राचार्य को हटाने की मांग कर रहे थे। इस मामले में भी जिला शिक्षा विभाग के
अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने अधिकारियों के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।