Women safety campaign: रेप जैसे गंभीर अपराध पर सीधे फांसी की सजा
महिलाओं ने कहा कि हाईस्कूल से कॉलेज तक प्रत्येक स्थानों पर महिला डेस्क लगानी चाहिए। स्टाफ की दिक्कत हो तो सप्ताह में दो दिन भी पर्याप्त है। यहां छात्राओं को महिलाओं से संबंधित अपराध और अन्य जरूरी जानकारी दी जाए तो छात्राएं भटकेंगी नहीं। रेप जैसे गंभीर अपराध पर सीधे फांसी की सजा होनी चाहिए। ऐसे मामलों के फैसले भी 3 महीने के भीतर आनी चाहिए। पत्रिका को साधुवाद कार्यशाला में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि
राजस्थान पत्रिका खबरों के अलावा महिला सुरक्षा को लेकर जो अभियान चला रही उसके लिए पूरी टीम को साधुवाद। आने वाले समय में इसका असर जरूर दिखेगा। ट्रिपल पी (पब्लिक, पुलिस और प्रेस) यदि महिला सुरक्षा अभियान को लेकर गंभीर हो जाए तो निश्चित रूप से समाज में जागरूकता आएगी।
महिलाओं के लिए बनाए गए कानून पर सख्ती
Women safety campaign: रूद्री निवासी पल्लवी गौतम ने कहा कि समाज को भटकाने में सबसे बड़ी श्राप शराब है। ज्यादातर अपराधिक घटनाएं शराब के कारण ही हो रही। पुलिस को गश्त बढ़नी चाहिए। स्कूल, कालेज और सस्पेक्टेड क्षेत्रों में गश्त में बढ़ोतरी करनी चाहिए। महिलाओं के लिए बनाए गए कानून पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए। चाहे वे गरीब वर्ग से हो या संपन्न वर्ग से।
शहर के बनियापारा निवासी रेखा साहू ने कहा कि रेप जैसे मामलों में 3 महीनों के भीतर सुनवाई होनी चाहिए। रेपिस्ट को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए। स्कूल, कालेजों में महिला डेस्क लगाकर जागरूक करना चाहिए। छेड़खानी जैसी छोटी घटनाओं पर भी त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। बस स्टैंड के आसपास सुरक्षा को लेकर सिक्योरिटी बढ़े।